हड़ताल से आपूर्ति पर गिरी 'बिजली'

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में चल रही संविदा लाइनमैन की हड़ताल से बिजली आपूर्ति व्यवस्था धड़ाम हो गई। वैकल्पिक व्यवस्था काम नहीं आई। सुबह से लेकर रात तक बारिश से हुए फाल्ट सुधरवाने में बिजली अधिकारियों के पसीने छूट गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 03:20 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 03:20 AM (IST)
हड़ताल से आपूर्ति पर गिरी 'बिजली'
हड़ताल से आपूर्ति पर गिरी 'बिजली'

मेरठ, जेएनएन। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में चल रही संविदा लाइनमैन की हड़ताल से बिजली आपूर्ति व्यवस्था धड़ाम हो गई। वैकल्पिक व्यवस्था काम नहीं आई। सुबह से लेकर रात तक बारिश से हुए फाल्ट सुधरवाने में बिजली अधिकारियों के पसीने छूट गए। शहर से लेकर गांवों तक बिजली को लेकर हाहाकार मचा रहा। जो फाल्ट आधे घंटे में सुधारे जा सकते थे, संविदा लाइनमैन के अभाव में तीन से चार घंटे में सुधारे जा सके। जिसके चलते शहर के आधा दर्जन फीडरों पर ब्रेकडाउन की स्थिति बन गई। पांच से छह घंटे आपूर्ति ठप रही।

रविवार को रात तक बारिश होती रही। इस दौरान 33 केवी व 11 केवी लाइनों में जमकर फाल्ट हुए। सुबह चंद्रलोक फीडर की लाइन ट्रिप कर गई। इससे मानसरोवर कालोनी, देवलोक कालोनी समेत कई मोहल्ले सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक बिना बिजली रहे। कंकरखेड़ा क्षेत्र, अम्हेड़ा बिजलीघर अंतर्गत फाल्ट हुआ। दोपहर तक इन क्षेत्रों में बिजली आपूर्त संभव हो सकी। शाम को

रेलवे रोड पर 33 केवी लाइन में फाल्ट हुआ। लिसाड़ी गेट में 33 केवी लाइन में फाल्ट हुआ। इसी तरह रंगोली बिजलीघर अंतर्गत एक फीडर की लाइन में फाल्ट होने से सेक्टर तीन शास्त्रीनगर की बिजली गुल रही। नौचंदी बिजलीघर व आरटीओ फीडर में फाल्ट हुआ। जिसे सुधारने में रात में टीम जुटी रही। वहीं, दोपहर में एमईएस, टाउनहाल, रामलीला ग्राउंड प्रथम, माधवपुरम, विकासपुरी क्षेत्र में भी लोकल फाल्ट होने से आपूर्ति तीन से चार घंटे प्रभावित रही। बच्चा पार्क के पास बिजली तार में आग लगने से आसपास के क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ठप रही। उधर ग्रामीण इलाकों में किठौर के गोविदपुरी बिजलीघर, माछरा, परीक्षितगढ़, सरधना में भी बिजली आपूर्ति को लेकर हाहाकार मचा रहा।

पाश इलाके भी बिजली को तरसे

पाश इलाके सिविल लाइन की बिजली आपूर्ति भी पांच से छह घंटे ठप रही। भाजपा पूर्व मंडल अध्यक्ष एडवोकेट गौरव मित्तल ने बताया कि कई दिनों से सिविल लाइन क्षेत्र में भारी बिजली कटौती हो रही है। रविवार को तो हद हो गई। दिनभर में बहुत कम आपूर्ति की गई है। कई बार सिविल लाइन बिजली घर पर संपर्क किया गया तो यही जवाब मिलता रहा कि फाल्ट हुआ है। संविदा लाइनमैन की हड़ताल के कारण फाल्ट सुधारने में वक्त लग रहा है। मानसरोवर कालोनी में भी इसे लेकर लोगों में काफी रोष व्याप्त है।

12 कर्मचारियों का दल गाजियाबाद से बुलाना पड़ा

बिजली अधिकारियों के सामने अचानक बढ़े फाल्टों को सुधारने के लिए बिजली ठेकेदारों के लगाए कर्मचारी कम पड़ गए। दरअसल, जिले में करीब 900 संविदा लाइनमैन हड़ताल पर हैं। उनके स्थान पर शहर में केवल वैकल्पिक व्यवस्था पर 100 कर्मचारी भी नहीं लगाए गए हैं। स्थिति ये भी बनी कि गाजियाबाद से 12 कर्मचारियों का दल बुलाना पड़ा। जो रात में पहुंचा। उधर संविदा लाइनमैन अपनी मांगों पर अड़े हैं।

इसलिए कर रहे हड़ताल

दरअसल, संविदा पर कर्मचारी रखने का ठेका नई कंपनी को हो गया है। जिसके चलते पहले से काम कर रहे संविदा लाइनमैन की ओर से नई कंपनी के समक्ष दुर्घटना होने पर कर्मचारी का प्राथमिक उपचार कराने की मांग समेत कई और मांगें रखी गई हैं। जिस पर नई कंपनी तैयार नहीं है। बिजली अधिकारियों ने निर्देश दिया है कि जल्द से जल्द नई कंपनी कर्मचारी मुहैया कराए, ताकि बिजली आपूर्ति सुचारू रखी जा सके।

बारिश के कारण फाल्ट अधिक हुए। संविदा लाइनमैन की हड़ताल के चलते जिनको अटैंड करने में वक्त लगा। समस्या को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई गई है। नई कंपनी के अधिकारियों से भी बात की गई है। जल्द पर्याप्त कर्मचारी मुहैया कराने की बात कही गई है।

संजय आनंद जैन, मुख्य अभियंता, मेरठ जोन

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