सहारनपुर में लोन न लेने पर भी किसान को बना दिया साढ़े बारह लाख का कर्जदार, जानिए क्या है मामला

सहारनपुर के गांव निवासी किसान नरेश ने बताया कि उनके पास खेती की करीब दस बीघा जमीन है। वह एक सप्ताह पूर्व तहसील रामपुर मनिहारन में अपनी जमीन की खसरा खतौनी की नकल निकलवाने गए थे। नकल देखी तो उनके होश उड़ गए।

By Parveen VashishtaEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:46 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 06:46 PM (IST)
सहारनपुर में लोन न लेने पर भी किसान को बना दिया साढ़े बारह लाख का कर्जदार, जानिए क्या है मामला
सहारनपुर में लोन न लेने पर भी किसान को बना दिया साढ़े बारह लाख का कर्जदार

सहारनपुर, जागरण संवाददता। जिले की रामपुर मनिहारन तहसील में कर्मियों ने एक किसान का साढ़े बारह लाख का लोन दूसरे किसान की खसरा खतौनी पर अंकित कर दिया गया। जमीन की नकल पर साढ़े 12 लाख का लोन देखते ही किसान के होश उड़ गए। पीडि़त किसान खसरा खतौनी से अंकित लोन को हटवाने के लिए लेखपाल, बैंक तथा तहसील के चक्कर काट रहा है।

यह है मामला

गांव जड़ौदापांडा निवासी नरेश पुत्र घसीटू ने बताया कि उसके पास खेती की करीब दस बीघा जमीन है। वह एक सप्ताह पूर्व तहसील रामपुर मनिहारन में अपनी जमीन की खसरा खतौनी की नकल निकलवाने गए थे, जब उन्‍होंने नकल देखी तो उन पर एसबीआई बडग़ांव के नाम से गांव निवासी अशोक पुत्र रतन के नाम से साढ़े 12 लाख का लोन अंकित था। नकल पर लोन अंकित देख नरेश के होश उड़ हो गए। पीडि़त किसान ने तहसीलदार को प्रार्थना पत्र देकर खसरा खतौनी की नकल से अंकित लोन को हटवाए जाने की मांग की। अब पीडि़त किसान क्षेत्रीय लेखपाल, बैंक तथा तहसील के लगातार चक्कर काट रहा है। नकल से तहसील कर्मचारियों के द्वारा अंकित लोन को नहीं हटाया जा रहा है। पीडि़त किसान इस बात को लेकर परेशान है। उधर, तहसीलदार नितिन राजपूत का कहना है कि कंप्यूटर की गलती से हो गया था। जल्द ही नकल में अंकित लोन को हटवा दिया जायेगा।

22 साल से पानी की लड़ाई लड़ रहे हैं किसान, समस्या का समाधान न होने पर दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी 

सहारनपुर। देवबंद क्षेत्र के करीब डेढ़ दर्जन गांवों के किसान रजवाहा नल्हेडा माईनर टेल जड़ौदा पांडा में पानी छोड़े जाने की लड़ाई पिछले 22 साल से लड़ रहे हैं। सोमवार को क्षेत्र के किसानों ने मुख्यमंत्री व सिंचाई मंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी सौंपा। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि 10 नवंबर तक रजवाहे में पानी नहीं छोड़ा गया तो 15 नवंबर से सिंचाई विभाग पर अनिश्चितकालीन धरना व चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।रजवाहे में पानी छोड़े जाने की मांग को लेकर सोमवार को जिलाधिकारी से मिले क्षेत्र के किसानों ने कहा कि देवबंद क्षेत्र के करीब डेढ़ दर्जन गांवों के किसान रजबाहे में पानी न आने से परेशान हैं सिचाई के लिए पानी न आने से उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं। मांग की कि उन्हें नई लिंक नहर फीडर चैनल देवबंद गंगा से 35 क्यूसेक पानी रजवाहे में दिया जाए ताकि फसलों की सिंचाई हो सके। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि 10 नवंबर तक उन्हें पानी नहीं मिला तो 15 नवंबर से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन व चुनाव का बहिष्कार करेंगे।

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