राजा सलक्षणपाल के वंशज कोरोना वैक्सीन की ढाल से लैस, बागपत के गांव बावली में बढ़ रहा दूसरी डोज लेने वालों का आंकड़ा
बागपत के गांव बावली का हर व्यक्ति कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ले चुका हैं। दूसरी डोज लेने वालों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। गांव में समय-समय पर शिविर लगाकर टीकाकरण का लक्ष्य पूर्ण किया जा रहा है।
बागपत, नवीन चिकारा। तोमर वंश के राजा सलक्षणपाल देव तोमर के वंशजों का गांव बावली कोरोना को मात देने में जुटा है। ग्रामीण कोरोना की ढाल से लैस हो चुके हैं। गांव का हर व्यक्ति टीके की पहली डोज ले चुका हैं। दूसरी डोज लेने वालों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है।
गांव में टीकाकरण को लेकर खासी जागरूकता
नेशनल हाईवे 709-बी के किनारे बसे बावली गांव की आबादी लगभग 17 हजार है। स्वास्थ्य विभाग ने यहां 7886 लोगों का टीकाकरण कराने का लक्ष्य रखा था। इसके सापेक्ष 6931 लोग टीके की पहली डोज लगवा चुके हैैं, जबकि 2000 लोगों को दूसरी डोज भी लगाई जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, गांव में दूसरी डोज निर्धारित समय पर लगाई जा रही है। गांव में समय-समय पर शिविर लगाकर टीकाकरण का लक्ष्य पूर्ण किया जा रहा है। गांव वालों में टीकाकरण को लेकर खासी जागरूकता है। गांव में वैक्सीनेशन कराने वालों की सही तस्वीर जानने के लिए एक सर्वे भी प्रगति पर है।
प्रसिद्ध और बड़े गांवों में शुमार है बावली
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाला बावली गांव जिले का ही नहीं बल्कि एशिया के सबसे बड़े गांवों में शुमार हैं। यहां अधिकतर लोग नौकरीपेशा हैं। तमाम लोग देश के विभिन्न शहरों और विदेशों में जाकर बस गए हैं। बावली गांव महावतपुर और रुस्तमपुर के साथ तीन गांवों का संगम है।
बोले ग्रामीण...
ग्रामीण संजीव तोमर, डा. बिल्लू तोमर, अरङ्क्षवद तोमर, राजकुमार ने बताया कि कोरोना काल में भी ग्रामीणों में सजगता दिखाते हुए कोरोना गाइडलाइन का पालन किया था। कोरोना संक्रमण को काफी हद तक काबू में रखा। जब कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हुआ तो ग्रामीणों ने बिना किसी भ्रम के टीकाकरण कराया।
कौन थे राजा सलक्षणपाल देव तोमर
वरिष्ठ इतिहासकार डा. अमित राय जैन के मुताबिक, नौवीं शताब्दी में सलकलाण गोत्र के दिल्ली के राजा सलक्षणपाल देव तोमर ने तोमर वंश की स्थापना की थी। उनके शासनकाल में चाहाडा राजदेव पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सामंत रहे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सलकलाण गोत्र के उनके वंशज बड़ी संख्या में निवास करते हैं। बागपत में तोमरों के 84 गांव हैं, जिनकी खाप, देशखाप के नाम से जानी जाती है। बावली तोमर वंशियों का बड़ा गांव हैं।
इन्होंने कहा
खुशी की बात है कि बावली गांव तेजी से शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन की तरफ बढ़ रहा है। इसका श्रेय ग्रामीणों की जागरूकता और ब्लाक मोबिलाइजेशन टीम की मेहनत को जाता है।
-डा. विजय कुमार, सीएचसी अधीक्षक, बड़ौत