डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा देंगे एमएलसी चुनाव को धार
एमएलसी चुनाव में भाजपा को रीचार्ज करने के लिए पार्टी ने दिग्गजों की ड्यूटी लगाई है।
मेरठ, जेएनएन। एमएलसी चुनाव में भाजपा को रीचार्ज करने के लिए पार्टी ने दिग्गजों की ड्यूटी लगाई है। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा शनिवार को मेरठ-सहारनपुर क्षेत्र के चुनावी अभियान को धार देंगे। क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, पार्टी प्रत्याशियों व चुनाव में अहम भूमिका निभाने वालों के साथ रणनीति बनाएंगे। मतदाता सम्मेलन से पार्टी वोटरों को साधेगी। इससे पहले एमएलसी चुनाव की तैयारी को परखने प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी आ चुके हैं।
मेरठ-सहारनपुर निर्वाचन क्षेत्र में नौ जिले, जबकि संगठन की दृष्टि से भाजपा के 13 जिले शामिल हैं। पार्टी करीब एक साल पहले चुनावी अभियान में जुट गई थी। कोरोना के दौर में पार्टी ने वर्चुअल मीटिंग की। इस क्षेत्र की 44 विस सीटों में से भाजपा के 36 विधायक और 14 लोकसभा सीटों में आठ सासद हैं, जिन्हें पार्टी ने होमवर्क दे दिया है। संगठन पूरी तरह चुनावी तैयारियों में जुटा है, लेकिन ओम प्रकाश शर्मा गुट का लंबा अनुभव और शिक्षकों के बीच पकड़ से भाजपा की राह आसान नहीं होगी। 2022 विस चुनाव में भगवा खेमा बड़ी परीक्षा से गुजरेगा, इसीलिए एमएलसी चुनाव में पूरी ताकत झोंकी गई है। शिक्षक चुनाव के भाजपा जिला संयोजक विनय शर्मा कहते हैं कि पार्टी ने बूथ मैनेजमेंट का प्रभावी प्रयोग किया है, जिससे जीत सुनिश्चित है।
शिक्षक रहे हैं डिप्टी सीएम
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा शनिवार को गाजियाबाद में पार्टी के चुनिंदा नेताओं के साथ बैठक कर रिपोर्ट प्रदेश इकाई को देंगे। दिनेश शर्मा स्वयं भी शिक्षक रहे हैं, ऐसे में पार्टी उनका पूरा उपयोग करना चाहेगी। कार्यकर्ताओं की भागमभाग के बावजूद जमीन पर पकड़ नजर नहीं आ रही है। पार्टी ने कमजोरी भापते हुए विधायकों को आगे किया है। शिक्षक सीट पर चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी श्रीचंद शर्मा की मजबूती एडेड कालेजों के नए मतदाता हैं, जबकि उनके खेमे में शिक्षकों का अभाव कमजोरी है। स्नातक सीट पर चुनाव लड़ रहे दिनेश गोयल की चुनावी तैयारी ज्यादा धारदार नजर आ रही है। शिक्षक सीट पर करीब 36 हजार, जबकि स्नातक सीट पर तीन लाख वोटों में से जीत-हार तय होगी। क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने बताया कि सभी मंडलों में कार्यकर्ता परिश्रम कर रहे हैं। मतदाता सम्मेलन के जरिए पार्टी उनसे संवाद करेगी।