Treatment Of Corona: भई वाह, डेंगू का डंक बना कोरोना की 'दवा', एंटीबॉडी करेगी इलाज, जानिए कैसे

एक नए शोध में ज्ञात हुआ है कि जिन क्षेत्रों में डेंगू वायरस ज्यादा संक्रमित रहा वहां पर कोरोना से कम लोग ग्रस्त हुए हैं। डेंगू वायरस के प्रति शरीर में बनने वाली एंटीबाडी कोरोना वायरस को शरीर की कोशिकाओं में बढऩे से रोकती है। कोरोना का इलाज हो सकेगा।

By Prem BhattEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 01:00 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 01:00 PM (IST)
Treatment Of Corona: भई वाह, डेंगू का डंक बना कोरोना की 'दवा', एंटीबॉडी करेगी इलाज, जानिए कैसे
डेंगू की एंटीबाडी कोरोना संक्रमण रोक सकती है। यह शोध चल रहा है।

मेरठ, [संतोष शुक्ल]। कोरोना वायरस के व्यवहार को लेकर विज्ञानी हैरत में हैं। नए शोध में पता चला है कि जिन क्षेत्रों में डेंगू वायरस ज्यादा संक्रमित रहा, वहां पर कोरोना से कम लोग ग्रस्त हुए हैं। डेंगू वायरस के प्रति शरीर में बनने वाली एंटीबाडी कोरोना वायरस को शरीर की कोशिकाओं में बढऩे से रोकती है। मेडिकल कालेज के विशेषज्ञों का आकलन है कि एनसीआर-मेरठ में कई क्षेत्रों में डेंगू का प्रकोप ज्यादा रहा है, वहां के लोगों में वायरल लोड कम मिलेगा। यानी अगर कोरोना हो भी गया तो ये मरीज एसिम्टोमेटिक ही रहेंगे।

...डेंगू की वैक्सीन भी दे सकती है सुरक्षा

मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलोजिस्ट डा. अमित गर्ग ने बताया कि हाल में सीएसआइआर के तहत इंडियन इंस्टीटयूट आफ केमिकल बायोलॉजी ने भारत में शोध किया था, जिसमें कहा गया कि डेंगू की एंटीबाडी कोरोना संक्रमण रोक सकती है। अब ब्राजील और यूके के विवि और इजरायल के क्लीनिकल इंफेक्सियस डिसीज की ताजी रिपोर्ट में भी यह बात सामने आई है। वैज्ञानिकों ने माना है कि भारत और ब्राजील जैसे देशों में बड़ी संख्या में लोग डेंगू के शिकार होते हैं, शायद इसीलिए यूरोपीय देशों की तुलना में मौत की दर कम रह गई। चिकित्सा विज्ञानी डेंगू और कोरोना के हॉटस्पॉट के आंकड़ों पर रिसर्च कर रहे हैं। यूके के वैज्ञानिकों ने कहा है कि डेंगू की वैक्सीन भी कोरोना संक्रमण का खतरा कम कर सकती है। खासकर, कोरोना की वैक्सीन आने तक इससे कुछ हद तक इम्युनिटी पाई जा सकती है। यह वैक्सीन सिर्फ बीस देशों में उपलब्ध है।

डेंगू की एंटीबाडी है तो जांच में मिल सकते हैं फाल्स कोविड पॉजिटिव

दुनियाभर के शोध में हैरान करने वाली बात सामने आई है कि अगर पहले कभी कोई व्यक्ति डेंगू का मरीज रहा है तो वो जांच में कोविड पाजिटिव आ सकता है। जबकि यह गलत रिपोर्ट होती है। माइक्रोबायोलोजिस्ट डा. अमित गर्ग कहते हैं कि कोरोना और डेंगू दोनों वायरस एक दूसरे से पूरी तरह अलग हैं। कोरोना फ्लू की तरह सांस के जरिए, जबकि डेंगू एक मच्छर के काटने से होता है। दोनों के कुछ लक्षण मिलते हैं, लेकिन डेंगू में शरीर में लाल चकत्ते और तेज बुखार ज्यादा देखा जाता है। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि डेंगू के मरीजों की संख्या मेरठ में ज्यादा रही है, ऐसे में इसके संक्रमण के खास क्षेत्रों में कोविड के मरीजों का आंकड़ा तैयार किया जाएगा। यह देखना जरूरी है कि जिन्हें डेंगू हुआ, उन्हें कोविड हुआ या नहीं।

chat bot
आपका साथी