Dengue Alert: अब संभलना होगा, मेरठ के हर 20वें घर में दबे पांव पहुंचा डेंगू, ऐसे करें पहचान
Dengue Alert यह बेहद खतरनाक संकेत हैं मेरठ में अब डेंगू का खतरा बढ़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट तो यही बताती है। डेंगू धीरे-धीरे अपने पांव पसार रहा है। बीमारियां बढ़ने का भी खतरा बढ़ गया है। इसके प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। मच्छरों की भिनभिनाहट को हल्के में न लें। क्या पता यह डेंगू का वायरस लेकर घूम रहा हो। संक्रामक बीमारियों का खतरा फिर गहरा गया है। हर पांचवें घर में मच्छर का लार्वा मिला, वहीं फ्लू, वायरल बुखार, टीबी, टायफायड और मलेरिया का पारा कई गुना चढ़ गया है। मेरठ में जिला मलेरिया विभाग ने 20 दिनों में 7457 घरों का निरीक्षण किया, जहां करीब छह प्रतिशत घर में लार्वा मिला है। शासन को भेजी रिपोर्ट के मुताबिक कंटेनर, फ्रिज, कूलर, एसी, टायर एवं गमलों में भी डेंगू दबे पांव बैठ गया है।
जूतों में भी लार्वा
मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि हापुड़, फिरोजाबाद से लेकर आगरा तक डेंगू, स्क्रब टाइफस एवं लेप्टोस्पायरा मिल रहा है, लेकिन मेरठ में सिर्फ डेंगू के मरीज हैं। 103 मरीज शहरी क्षेत्रों से, जबकि 51 ग्रामीण क्षेत्रों के रहने वाले हैं। जिला मलेरिया विभाग की टीम ने 28 अगस्त से 18 सितंबर तक जांच अभियान संचालित किया। घरों की छत पर रखे जूतों में बारिश के पानी से लार्वा पैदा मिला। छतों पर रखे कबाड़, टीन, टायर, गमलों और घर के पास से गुजरती नालियों में लगातार लार्वा मिल रहे हैं। एसी, कूलर और फ्रिज में पलते लार्वा से डेंगू खतरनाक रूप ले लेगा। जिले में अब तक मिले 154 डेंगू मरीजों के घर पर सर्वे कराया गया, जहां बीमारी का वेक्टर जरूर मिला।
20 दिन के होमवर्क में डराने वाले आंकड़े
28 अगस्त से 18 सितंबर तक की रिपोर्ट
7457 घरों का निरीक्षण किया गया
385 घर लार्वा पाजिटिव मिले
18035 कंटेनरों की जांच की गई
430 में लार्वा की पुष्टि हुई
234 लोगों को नोटिस जारी किया
कैसे पहचाने डेंगू का मच्छर
- यह दिन में ही काटता है
- स्वच्छ, छायादार व स्थित पानी में मादा अंडे देती है
- शरीर पर काली व सफेद धारियां होती हैं
- 14 से 21 दिन के जीवनकाल में मादा 300 अंडे देती है
इन्होंने कहा
हर दूसरे दिन गमलों का पानी बदल दें। गमलों में रेतीले दानेदार कीटनाशक का प्रयोग करें। पेड़ के छेद व बांस तक में लार्वा पल सकता है। स्थिर पानी के स्रोतों को नष्ट कर दें।
- डा. अशोक तालियान, मंडलीय सर्विलांस अधिकारी
पपीते का जूस पहले भी ले सकते हैं, इससे बचाव मिलेगा। अमृतारिष्ट की 30 मिली की खुराक तीन बार, गिलोय घनवटी और आयुष-64 की दो-दो गोली तीन बार भोजन के बाद सप्ताहभर तक लेने से फायदा होगा।
- डा. देवदत्त भादलीकर, प्राचार्य, महावीर आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज
डेंगू के 18 और नए मरीज मिले, कुल संख्या पहुंची 177
मेरठ में डेंगू का हमला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले में शनिवार को डेंगू के 18 नए मरीज मिले। अब तक कुल मरीजों की संख्या 177 हो चुकी है। जिसमें 94 सक्रिय मरीज हैं और 83 मरीज ठीक हो चुके हैं। नियमित रूप से स्वास्थ्य विभाग व जिला मलेरिया विभाग की टीमें सर्वे कर रही हैं। मलेरिया विभाग की टीम जिन इलाकों में डेंगू के केस सामने आ रहे हैं, वहां रोगों की रोकथाम के लिए निरोधात्मक कार्रवाई कर रही है।