Dengue Alert In Meerut: डेंगू का बिगड़ा तेवर, चढ़ानी पड़ रहीं प्लेटलेट, ब्‍लड बैंकों को किया अलर्ट

Dengue Alert In Meerut मेरठ में डेंगू खतरनाक ढंग से अपने पांव पसार रहा है। अब हालत यह हो गई है कि अचानक प्‍लेटलेट की डिमांड बढ़ने लगी है। मेडिकल कालेज की ब्लड बैंक प्रभारी ने बताया कि करीब 30 मरीजों को प्लेटलेट चढ़ाई गई हैं।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 07:38 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 09:12 AM (IST)
Dengue Alert In Meerut: डेंगू का बिगड़ा तेवर, चढ़ानी पड़ रहीं प्लेटलेट, ब्‍लड बैंकों को किया अलर्ट
मेरठ के जिला अस्पताल ने हफ्तेभर में 53 यूनिट प्लेटलेट की आपूर्ति की।

संतोष शुक्ल, मेरठ। डेंगू का मिजाज बिगडऩे से सेहत पर नया संकट खड़ा हो रहा है। प्लेटलेट की मांग अचानक बढ़ी है। ब्लड बैंकों पर कंपोनेंट बनाने का भारी लोड है। मेडिकल कालेज में दर्जनभर मरीजों को प्लेटलेट चढ़ाई जा चुकी हैं, वहीं जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से सप्ताहभर में 53 यूनिट प्लेटलेट बाहर भेजी गई। प्रदेश सरकार ने सभी ब्लड बैंकों को अलर्ट कर दिया है।

100 से ज्‍यादा सक्रिय केस

मेडिकल कालेज की ब्लड बैंक प्रभारी डा. प्रीति ने बताया कि प्लेटलेट नियमित रूप से तैयार की जा रही है। पिछले सप्ताह 30 मरीजों को प्लेटलेट चढ़ाई गई। जिला अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी डा. कौशलेंद्र ने बताया कि पिछले सप्ताह 53 यूनिट प्लेटलेट सरकारी एवं निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए भेजी गई। मेरठ में मरीजों की संख्या ढाई सौ पार कर चुकी है। सवा सौ से ज्यादा सक्रिय केस हैं। 50 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।

जल्द होश में आ रहे गफलत के मरीज

मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. अरविंद ने बताया कि कई मरीजों में प्लेटलेट ट्रांसफ्यूजन किया गया है। इससे मरीजों की तबीयत में तत्काल सुधार देखा गया। शाक सिंड्रोम जैसे लक्षणों वाले मरीजों की भी जान बच रही है। गफलत के बाद मरीज होश में आ रहे हैं। मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. तुंगवीर आर्य ने कहा कि सभी वायरल बुखारों में प्लेटलेट गिरती है, लेकिन डेंगू में यह ज्यादा गंभीर है।

क्या है प्लेटलेट

यह सूक्ष्म रक्त कोशिकाएं हैं, जो शरीर में रक्त का थक्का बनने या रक्तस्राव की स्थिति को नियंत्रित करती हैं। व्यक्ति में 1.5 लाख से 4.5 लाख प्लेटलेट तक होनी चाहिए। अगर इसकी मात्रा 10 हजार से कम हो जाए तो थ्रंबोसाइटोकोसि हो जाती है, और रक्त ब्रेन व अन्य अंगों में रिसने लगता है।

इनका कहना है

मेडिकल कालेज में 600 यूनिट ब्लड जुटाने का लक्ष्य रखा गया, जिसके लिए डोनरों का पूल बना लिया गया है। नियमित रूप से प्लेटलेट बनाया जा रहा है। 16 यूनिट प्लेटलेट एवं 787 यूनिट फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा उपलब्ध है।

- डा. प्रीति सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर व ब्लड बैंक इंचार्ज, मेडिकल कालेज

डेंगू या वायरल के मरीजों में तेज बुखार होने पर पसीना निकलने से शरीर में सोडियम व पोटैशियम की मात्रा घटती है, जो बेहोशी या गफलत की वजह है। बुखार के मरीज को नमक-पानी का घोल देते रहना चाहिए। प्लेटलेट काउंट जरूर कराएं।

- डा. एनके शर्मा, फिजीशियन

डेंगू के 23 नए मरीज मिले, कुल संख्या हुई 280

मेरठ : डेंगू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। गुरुवार को 23 नए मरीज मिले, जिससे डेंगू संक्रमितों की कुल संख्या 280 तक पहुंच चुकी है। इसमें 167 शहरी एवं 113 मरीज ग्रामीण क्षेत्र के हैं। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि सभी मरीजों के घरों के घरों के आसपास पड़ताल की जा रही है। एंटी लार्वा अभियान लगातार संचालित है। अब तक 149 मरीज ठीक हो चुके हैं, वहीं 42 विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। डेंगू के सक्रिय मामलों की संख्या 131 हो चुकी है, जबकि 89 मरीज घरों पर इलाज ले रहे हैं।

खतरनाक साबित

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट बताती है कि जानी, मवाना, रोहटा, रजपुरा एवं सरूरपुर में ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। जिला मलेरिया विभाग के अधिकारी सत्यप्रकाश ने बताया कि बारिश की वजह से छिड़काव का असर कम हो रहा है। मिट्टी के तेल के साथ विलयन को मिलाकर स्प्रे किया जा रहा, जो ज्यादा कारगर है। फिजिशियन डा. संदीप जैन ने बताया कि डेंगू में तेज बुखार, आंख के पीछे दर्द, जोड़ों में दर्द, उल्टी, दस्त, चक्कर, कमजोरी, स्किन पर लाल चकत्ते उभर सकते हैं। यह बीमारी कई बार खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसे में लक्षणों पर नजर रखना सर्वाधिक जरूरी है।

chat bot
आपका साथी