मेरठ में चल रहीं अवैध फैक्‍ट्रियां, घुंए और विषैले पानी से ग्रामीण परेशान, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का दफ्तर घेरा

मवाना रोड पर बना-मसूरी के बीच में कई कारखाने मानकों के विरुद्ध संचालित हैं। इनसे निकलने वाले काले धुंए से ग्रामीणों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। कैमिकलयुक्त विषैला पानी जमीन में उतारा जा रहा है। इससे आसपास के गांवों में हैंडपंप के पानी में बदबू है।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 04:15 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 04:56 PM (IST)
मेरठ में चल रहीं अवैध फैक्‍ट्रियां, घुंए और विषैले पानी से ग्रामीण परेशान, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का दफ्तर घेरा
मेरठ में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दफ्तर पर नारेबाजी करते ग्रामीण

मेरठ, जागरण संवाददाता। गंगानगर के लोगों ने मंगलवार को पल्लवपुरम स्थित क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दफ्तर का घेराव कर नारेबाजी की। लोगों का कहना था कि मवाना रोड पर मानकों को ताक पर रखकर अवैध कारखाने संचालित हैं। इसकी शिकायत कई बार बोर्ड में की जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रदर्शन करने वालों ने क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्‍होंने एक टीम को मौके पर भेजकर जांच के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए। लोगों को इस बात को लेकर काफी आक्रोश है। अवैध कारखानों को लेकर पहले भी कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं। बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को खासी परेशानी हो रही है। अधिकारियों को इस ओर ध्‍यान देना चाहिए। क्षेत्र को जल्‍द ही इस समस्‍या से निजात मिलनी चाहिए।

दफ्तर का घेराव

एनएएस कालेज के छात्र नेता तरूण मलिक के नेतृत्व में मवाना रोड निवासी अनेक लोगों ने पल्लवपुरम के क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दफ्तर का घेराव किया। इस दौरान छात्र नेता कहा कि मवाना रोड पर बना-मसूरी के बीच में चार से अधिक कारखाने मानकों के विरुद्ध संचालित हैं। इनसे निकलने वाले काले धुंए से ग्रामीणों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। कैमिलक युक्त विषैला पानी जमीन में उतारा जा रहा है, जिस वजह से आसपास के गांव में हैंडपंप के पानी में भी बदबू है।

कार्रवाई की मांग

वायु प्रदूषण की वजह से सड़क और गांवों में चलना तो दूर घरों में भी रहना भी दूभर हो रहा है। वायु और जल प्रदूषण से सभी को बीमारी होने का खतरा मंडरा रहा है। उन्‍होंने कार्रवाई की मांग को क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद क्षेत्रीय प्रदूष्ण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डा. योगेंद्र कुमार ने कहा कि एई और जेई की एक टीम मौके पर भेजकर जांच कराई जा रही है। कमी पाई जाने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

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