तहसीलदार के निलंबन की मांग, धरने पर बैठे भाजपाई

भाजपा के ग्रंथालय एवं डाक्युमेंटेशन विभाग के जिला संयोजक अर्जुन काली की अगुवाई में भाजपाई एवं अन्य संगठनों के लोगों ने गुरुवार को तहसील में धरना दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 05:00 AM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 06:07 AM (IST)
तहसीलदार के निलंबन की मांग, धरने पर बैठे भाजपाई
तहसीलदार के निलंबन की मांग, धरने पर बैठे भाजपाई

जेएनएन, मेरठ। भाजपा के ग्रंथालय एवं डाक्युमेंटेशन विभाग के जिला संयोजक अर्जुन काली की अगुवाई में भाजपाई एवं अन्य संगठनों के लोगों ने गुरुवार को तहसील में धरना दिया। भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए धरनारत लोगों ने कहा कि हैसियत प्रमाण-पत्र बनवाने के नाम पर भी मोटी रकम वसूली जा रही है। उन्होंने तहसीलदार, रजिस्ट्रार कानूनगो व बाबू को जिम्मेदार ठहरा निलंबन की मांग उठाई।

तहसील में हैसियत प्रमाण-पत्र बनवाने को लेकर हुए विवाद के बाद से भाजपाई व तहसील प्रशासन में एक पखवाड़े से ठनी हुई है। गुरुवार को भाजपा के ग्रंथालय एवं डाक्युमेंटेशन विभाग के जिला संयोजक अर्जुन काली, हिंदू जागरण मंच के जिला मंत्री नवनीत चौहान, लोजपा के जिलाध्यक्ष संजय गुर्जर आदि संगठनों के लोग तहसील में धरने पर बैठे। छह घंटे से अधिक समय तक चले धरने के दौरान तहसीलदार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए। वहीं, रजिस्ट्रार कानूनगो और बाबू की संलिप्तता के आरोप भी लगे। कहा कि रजिस्ट्रार कानूनगो करीब आठ वर्षों से इसी सीट पर जमे हैं। करीब पांच बजे एसडीएम पहुंचे व ज्ञापन सौंपा। तहसीलदार समेत तीनों अधिकारियों को निलंबन करने और विभागीय जांच की मांग उठाई। कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई। इस दौरान प्रविद्र प्रधान, मनोज सैनी, नागेश गुप्ता, मोनू कुमार, राजीव रस्तोगी, अवनीश, राजेश शर्मा, सुनील कश्यप आदि मौजूद रहे।

..और बचते रहे तहसीलदार

तहसीलदार अजय उपाध्याय से फोन पर पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव ही नहीं किया। उन्होंने मैसेज का भी जवाब नहीं दिया, जबकि एसडीएम कमलेश गोयल ने कहा ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम दिया है। वे इसमें ज्यादा कुछ नहीं कह सकते हैं।

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