मेरठ में अहेरिया समाज के लोगों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग, एसडीएम का सौंपा ज्ञापन
Aheria caste मेरठ के मवाना में अहेरिया जाति के लोगों ने अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने की मांग को लेकर सोमवार एसडीएम ज्ञापन सौंपा गया। इस ज्ञापन के माध्यम से अफसर के सामने कई मांगों को रखा गया है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Aheria caste मेरठ के मवाना में परीक्षितगढ़ ब्लाक के गांव अहमदपुरी के अहेरिया जाति के लोगों ने अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने की मांग को लेकर सोमवार एसडीएम अमित कुमार गुप्ता को ज्ञापन सौंपा। प्रधान महेंद्र अहेरिया के नेतृत्व में अहेरिया जाति के लोग उक्त मांग को लेकर सोमवार को लगभग 11 बजे तहसील पहुंचे और सामूहिक रूप से एसडीएम को ज्ञापन दिया। इसके पहले भी अहेरिया जाति लोग इस प्रकार को मांग को उठा चुके हैं। हर बार अहेरिया समाज को अनुसूचित जाति में सूचीबद्ध करने की मांग की।
यह रखी गई मांगें
इस ज्ञापन में कहा गया है कि अहेरिया जाति के लोगों का मुख्य पेशा टोकरी बनाना, शहद निकालना और जंगली फल-फूल बेचना है। हरियाणा में अहेरिया समाज को अनुसूचित जाति का लाभ मिल रहा है। जबकि अहेरिया जाति को अभी तक सूचीबद्ध नहीं किया गया। बताया कि 1950 में प्रदेश की अनुसूचित जाति की सूची से अहेरिया, कोरी, खटीक जाति को निकाल दिया गया था। जिनमें से बाद में कोरी व खटीक जाति को पुन: अनुसूचित जाति में शामिल कर लिया गया, लेकिन अहेरिया जाति को आज भी अज्ञात कारणों से सूचीबद्ध नहीं किया गया है। ज्ञापन में अहेरिया समाज को सूचीबद्ध करने की मांग की है। इस दौरान हरिकिशन, लीलू, सोमनाथ, रतिराम, श्याम सुंदर, अनिल अहेरिया आदि थे।
विधायक ने पीडि़त परिवार को सौंपा 8.15 लाख का पत्र
मेरठ के भावनपुर थाना क्षेत्र के जयभीम नगर में गत मंगलवार को नींव खोदने के दौरान मकान ढहने से पांच साल के बच्चे की मौत हो गई थी। रविवार को विधायक डा. सोमेंद्र तोमर ने मृतक के पिता एवं परिवार से मिलकर उन्हें 8.15 लाख रुपये की राहत राशि प्रदान करने संबंधी पत्र सौंपा। भरोसा दिया कि जल्द ही यह राशि पीडि़त परिवार को मिल जाएगी। विधायक ने बताया कि योगी सरकार बेहद संवेदनशील है, और आपदा एवं दुर्घटना के शिकार पीडि़तों की हमेशा मदद की जाएगी। विधायक के साथ समर्थक भी थे।