दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे.. ऐसे इंतजाम पर तो रोज होगा बखेड़ा

दल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे जैसी सिक्स लेन सड़क सामने नजर आ रही हो ..और दूसरी ओर गाजियाबाद-मोदीनगर मार्ग पर रोज लगने वाले जाम से लोग बेतरह परेशान हो गए हों ..तो वही होगा जो एक बार फिर शनिवार को हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 06:00 AM (IST)
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे.. ऐसे इंतजाम पर तो रोज होगा बखेड़ा
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे.. ऐसे इंतजाम पर तो रोज होगा बखेड़ा

मेरठ, जेएनएन। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे जैसी सिक्स लेन सड़क सामने नजर आ रही हो, ..और दूसरी ओर, गाजियाबाद-मोदीनगर मार्ग पर रोज लगने वाले जाम से लोग बेतरह परेशान हो गए हों, ..तो वही होगा जो एक बार फिर शनिवार को हुआ। जाम से बचने के लिए लोग निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे पर चढ़ जा रहे हैं। हालाकि 30 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद उन्हें पता चलता है कि इंटरचेंज के लूप पर तो रास्ता बंद है। ऐसे में उन्हें वापस जाने को कहा जाता है, जिससे लोग आक्रोशित होते हैं। शनिवार को निर्माण एजेंसी ने परतापुर इंटरचेंज पर रास्ता बंद कर दिया। इससे 30 किलोमीटर चलकर यहा पहुंचे नाराज लोगों ने हंगामा कर दिया। बाद में पुलिस ने लोगों को शात किया और कुछ वाहनों को रास्ता खुलवाकर निकलवाया। वस्तुत: इंतजाम यह होना चाहिए कि निर्माणाधीन ग्रीन फील्ड के दोनों ही छोर (चढ़ने के मार्ग) को रोककर वहा पुलिस की तैनाती करनी चाहिए ताकि कोई उसपर चढ़ ही न सके। इसके बाद तय तिथि 15 मार्च तक इसे बनाकर लोगों के आने-जाने के लिए वैसे ही खोल दिया जाए, जैसे अन्य तीन चरण पर लोग आ-जा रहे हैं।

बहरहाल, शनिवार सुबह इस्टर्न पेरिफेरल के पास वैकल्पिक मार्ग, और भोजपुर के पास रैंप से एक्सप्रेस-वे पर चढ़कर कई वाहन सवार परतापुर इंटरचेंज के लूप तक पहुंचे तो रास्ता बंद मिला। निर्माण एजेंसी के कर्मचारियों ने उन्हें लौटने को कहा तो लोग आक्रोशित हो गए। लोगों ने लूप से बैरीकेडिंग हटाने के लिए कहा। कर्मचारियों ने इंकार किया तो कहासुनी शुरू हो गई। पुलिस ने लोगों से निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे का हवाला देकर वापस जाने के लिए कहा। आखिर में न चाहते हुए भी लोग वापस लौटने को मजबूर हुए। इंटरचेंज से लौटकर वाहन काशी टोल प्लाजा के पास वैकल्पिक मार्ग से उतरकर गगोल मार्ग होते हुए मेरठ पहुंचे। वापस लौटने वालों में डा.रितेश शर्मा, रितिक, रविकुमार और सुखवीर सिंह ने कहा कि रास्ता खुला मिला तो एक्सप्रेस-वे से चले आए। 30 किमी. आने के बाद वापस लौटाने की व्यवस्था ठीक नहीं है। एक्सप्रेस-वे का निर्माण जल्दी होना चाहिए। दिल्ली रोड पर रैपिड रेल कारीडोर का काम चल रहा है। इससे उसपर जाम बहुत रहता है।

इधर, निर्माण एजेंसी के डिप्टी मैनेजर मनोज बैरवा का कहना है कि एक्सप्रेस-वे पर काम तेज गति से किया जा रहा है। इंटरचेंज और डासना एलिवेटेड समेत एक्सप्रेस-वे को 15 मार्च तक तैयार करना है, इसलिए एक्सप्रेस-वे पर वाहनों के अनाधिकृत प्रवेश पर रोक लगाने के लिए मेरठ व गाजियाबाद जिला प्रशासन को लिखा गया था, ताकि काम के दौरान कर्मचारी सुरक्षित रहें। इस्टर्न पेरिफेरल पर भी बैरीकेडिंग कर दी गई है। भोजपुर के पास भी पुलिस वाहनों को आने से रोक रही है।

मोदीनगर रैंप पर डाली कंक्रीट

परतापुर इंटरचेंज के निकट एक्सप्रेस-वे से उतरने वाले मोदीनगर रैंप पर कंक्रीट डाल दी गई है। देहरादून बाइपास से रेलवे ओवरब्रिज से लिंक हो रहे रैंप पर मिट्टी भराव व दबाव जारी है।

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