दिल्ली दूर नहीं, आराम से जाएं-मेरठ आएं

अपनी विभिन्न मागों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) व अन्य संगठनों का तीन दिन से आदोलन जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 04:00 AM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 04:00 AM (IST)
दिल्ली दूर नहीं, आराम से जाएं-मेरठ आएं
दिल्ली दूर नहीं, आराम से जाएं-मेरठ आएं

मेरठ, जेएनएन। अपनी विभिन्न मागों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) व अन्य संगठनों का तीन दिन से आदोलन जारी है। केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के क्रम में भाकियू नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान तीन दिन से यूपी गेट पर फ्लाईओवर के नीचे डटे हुए हैं। हालाकि फ्लाईओवर पर यातायात पूरी तरह से सामान्य है। इससे दिल्ली से मेरठ या मेरठ से दिल्ली आने-जाने वालों को कोई समस्या नहीं हो रही है। हालाकि डाबर तिराहा, महाराजपुर सीमा पर जाम की समस्या जरूर बन रही है। किसान आदोलन को देखते हुए कयास लगाए जा रहे थे कि यूपी गेट से गुजरना मुश्किल होगा। हालाकि इस बार भाकियू और अन्य सभी के द्वारा इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है कि यातायात बाधित न होने पाए।

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे (पहला चरण) और राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ के यूपी गेट फ्लाईओवर पर किसी तरह का रूट डायवर्जन नहीं किया गया है। दिल्ली से मेरठ आने के क्रम में यूपी गेट होकर इंदिरापुरम, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़, मेरठ सहित अन्य स्थानों पर आवाजाही करने वाले राहगीरों को फ्लाईओवर से गुजारा जा रहा है। सोमवार को फ्लाईओवर पर यातायात पूरी तरह सामान्य रहा। इससे मरेठ से दिल्ली या दिल्ली से मेरठ आने-जाने वालों को किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। यातायात पुलिस गाजियाबाद ने यूपी गेट फ्लाईओवर के ऊपर का कोई रूट डायवर्जन किया भी नहीं है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि आपात स्थिति बनेगी, तो ही फ्लाईओवर पर रूट डायवर्जन करेंगे। ऐसी स्थिति में डासना फ्लाईओवर बंद किया जाएगा। वाहनों को हापुड़ चुंगी होते हुए जीटी रोड से गुजारा जाएगा। महाराजपुर, भोपुरा सीमा से राहगीर दिल्ली जा सकेंगे। लालकुआ की ओर से आने वाले वाहनों को भी आत्मा स्टील या सिल्वर सिटी के सामने से जीटी रोड पर भेजा जाएगा। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे या एनएच-नौ के वाहनों को नोएडा-62 से डीएनडी होते हुए दिल्ली भेजा जाएगा।

किसानों के आदोलन के कारण यूपी गेट फ्लाईओवर के नीचे व डाबर तिराहा पर रूट डायवर्जन है। फ्लाईओवर पर यातायात पूरी तरह सामान्य है। आवश्यकतानुसार ही अन्य रूट डायवर्जन किया जाएगा।

- रामानंद कुशवाला, यातायात पुलिस अधीक्षक, गाजियाबाद।

रामलीला मैदान में बजेगा भाकियू का रणसिंघा

अपनी विभिन्न मागों को लेकर यूपी गेट फ्लाईओवर के नीचे धरनारत भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने सोमवार को कहा कि किसान तब तक सड़कों पर रहेगा, जब तक सरकार रामलीला या प्रगति मैदान जाने की अनुमति नहीं देती। इस बार किसान आर-पार की लड़ाई के लिए दिल्ली आया है। चौधरी राकेश टिकैत ने दूरभाष पर कहा कि किसान शाति और समृद्धि चाहता है, लेकिन सरकार हमें उग्र होने पर मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार कृषि कानून वापस नहीं करती तो संशोधन करे।

ये हैं किसानों की प्रमुख मागें

- कृषि कानून वापस हो या एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) को कानून बनाया जाए।

- किसान हित में तीनों कृषि कानून में संशोधन किया जाए।

- मंड़ी टैक्स बंद हो, यदि वसूला जाए तो मंडी के बाहर भी लागू हो, इससे मंडियों का अस्तित्व बचेगा।

- काट्रैक्ट फाìमग में ग्रेडिंग व्यवस्था नहीं होनी चाहिए।

- किसानों को किसी भी फसल की प्रजाति के लिए बाध्य न किया जाए।

- प्राकृतिक आपदा में किसानों को फसल का मुआवजा दिया जाए।

- किसानों को कोर्ट जाने की पावर दी जाए।

- महंगाई के हिसाब से किसानों की फसल में साल-दर-साल वृद्धि की जाए।

- पराली जलाने वाले किसानों पर न जुर्माना लगे, और न उन्हें जेल भेजा जाए।

किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है जमीयत : महमूद मदनी

जमीयत उलमा-ए-हिंद (महमूद मदनी गुट) ने किसान आदोलन को समर्थन दिया है। जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने जारी बयान में बताया कि जमीयत का एक प्रतिनिधिमंडल सचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी के नेतृत्व में बुराड़ी मैदान और सिंधु बार्डर पहुंचा और किसानों से मिलकर समर्थन की घोषणा की।

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