Meerut-Delhi ExpressWay: एक्सप्रेस-वे तैयार कर 15 फरवरी तक जनप्रतिनिधियों को दिखाने की तैयारी
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे 15 फरवरी से पहले पूरी तरह से एक्सप्रेस-वे को तैयार करके जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों का भ्रमण करा दिया जाएगा । ताकि वे मंत्रालय से बात करके लोकार्पण की तिथि निर्धारित हो सके ।
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से दिल्ली जाने की तैयारी कर लीजिए। काम अब इतना नहीं बचा है कि लक्ष्य बार-बार और लंबे समय के लिए खिसकता जाए। वैसे तो लोग नहीं मान रहे हैं और इसी एक्सप्रेस-वे से दिल्ली-नोएडा जाते हैं पर जिन्हें दुर्घटना से बचकर चलना है और सब्र है वे उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब विधिवत रूप से एक्सप्रेस-वे वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। बहरहाल, मौजूदा लक्ष्य को देखते हुए तैयारी चल रही है कि 15 फरवरी से पहले पूरी तरह से एक्सप्रेस-वे को तैयार करके जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों का भ्रमण करा दिया जाए, ताकि मंत्रालय से बात करके लोकार्पण की तिथि निर्धारित हो सके।
कार्यदायी कंपनी के अधिकारियों व इंजीनियरों के मुताबिक अब काम अंतिम चरण में है जिसे फिनिशिंग व सजावट का कार्य कहा जाता है। इसलिए अब ऐसा नहीं है कि ज्यादा वक्त लगेगा। कुल 32 किमी का एक्सप्रेस-वे है उसके 27 किमी हिस्से पर डामर की अंतिम परत डाली जा चुकी है। 23 किमी तक सफेद पट्टी आदि बनाई जा चुकी है। उसी के साथ-साथ क्रैश बैरियर का काम लगभग पूरा होने वाला है। सिर्फ पांच किमी हिस्से पर ही अंतिम परत का कार्य बाकी है। इस पांच किमी में हिस्सा है डासना से कुशलिया तक तीन किमी व परतापुर तिराहे के इंटरचेंज से लेकर काशी टोल प्लाजा तक। जब एक्सप्रेस-वे को हैंडओवर करने की तैयारी की ओर बढ़ा जा रहा है तो उसी के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरे, स्ट्रीट लाइट, सोलर प्लांट, टोल प्लाजा का कार्य भी उसी के साथ करके देना है।
अब डासना और परतापुर में ही बचा हुआ है काम डासना में 700 मीटर लंबा एलिवेटेड स्ट्रक्चर निर्माणाधीन है। एक्सप्रेस-वे का लक्ष्य मुख्य तौर पर इसी कारण बढ़ाया गया। वर्तमान स्थिति के अनुसार अब सिर्फ चार
छत डालने का कार्य चल रहा है। उसी के साथ-साथ आरई वाल व मिट्टी भराव का कार्य भी पूरा किया जा रहा है। इसी तरह से परतापुर तिराहे पर रैंप में मिट्टी भराव व डामर कार्य बचा है। कामकाज की समीक्षा के अनुसार इंटरचेंज का काम 80 फीसद पूरा हो गया है।
ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को जोड़ा गया
कुशलिया में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से जोड़ दिया गया है। इसके लिए रैंप व लूप बनाए गए हैं। रैंप व लूप पर डामर कार्य पूरा हो चुका है। हालांकि इसे पूरी तरह से बंद रखा गया है, ताकि कोई वाहन अभी प्रवेश न कर सके।
न्यूमेरिक्स
-32 किमी है मेरठ से डासना तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे की दूरी
-80 फीसद कार्य परतापुर तिराहे के इंटरचेंज का हो चुका है
-70 फीसद पोल लग चुके हैं सीसीटीवी कैमरों के लिए
-27 किमी डामर की अंतिम परत का कार्य पूरा
-15 फरवरी से पहले ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को पूरी तरह से तैयार करने में जुटा एनएचएआइ
-31 जनवरी था लक्ष्य, लेकिन बारिश की वजह से बढ़ाकर 15 फरवरी तक का समय दिया