Delhi-Meerut Rapid Rail: रैपिड रेल के कार्य ने फिर पकड़ी रफ्तार, अब इतने किमी पर पिलर निर्माण का काम बाकी

Delhi-Ghaziabad-Meerut Rapid Rail कोरोना काल के दौरान दिल्‍ली मेरठ रैपिड रेल के काम ने गति पकड़ ली है। पिलर निर्माण का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। मेरठ में कार्य काफी तेज गति से चल रहा है।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 09:47 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 08:36 AM (IST)
Delhi-Meerut Rapid Rail: रैपिड रेल के कार्य ने फिर पकड़ी रफ्तार, अब इतने किमी पर पिलर निर्माण का काम बाकी
रैपिड रेल के कार्य ने फिर पकड़ी रफ्तार।

मेरठ, जेएनएन। Delhi-Ghaziabad-Meerut Rapid Rail: कोरोना काल के दौरान दिल्‍ली मेरठ रैपिड रेल के काम ने गति पकड़ ली है। पिलर निर्माण का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। मेरठ में कार्य काफी तेज गति से चल रहा है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट के 82 किमी कारीडोर में से 19 किमी. से अधिक हिस्से में पिलर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। यानि कि अब लगभग 62 किमी पर पिलर निर्माण का कार्य करना बाकी है। एनसीआरटीसी अधिकारियों का कहना है कि इंडस्टियल आक्सीजन जैसे ही उपलब्ध होने लगेगी तो काम की रफ्तार बढ़ जाएगी।

रैपिड रेल कारीडोर के 19 किमी. के हिस्से में पिलर तैयार करने के बाद वायडक्ट का निर्माण भी चल रहा है। लगभग 5.6 किमी. हिस्सा निर्मित भी हो चुका है। इस पर ट्रैक बिछाने का काम भी जारी है। कोरोना संकट से प्रभावित होने के बाद भी इंजीनियर और कर्मचारी 12 लांचिंग गैंट्रीज (तारिणी) आरआरटीएस वायडक्ट के बाकी हिस्सों के निर्माण के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं, ताकि प्रोजेक्ट को तय समय सीमा में पूरा किया जा सके। मेरठ में मोहिउद्दीनपुर से रिठानी तक रैपिड रेल प्रोजेक्ट के तहत काफी पिलर बन चुके हैं। बैरीकेडिंग कर सर्विस रोड और नाला पटरी व दीवार का निर्माण किया जा रहा है। यह काम मोदीपुरम क्षेत्र में चल रहा है। मेवला फ्लाईओवर से फुटबाल चौक के बीच फिलहाल कुछ हिस्से में बैरीकेडिंग हो चुकी है। ट्रैफिक डायवर्जन कर काम शुरू करने की तैयारी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते यह काम रुका हुआ है।

इंडस्टियल आक्सीजन की कमी से काम प्रभावित : एनसीआरटीसी के अधिकारियों का कहना है कि रैपिड रेल प्रोजेक्ट में इंडस्टियल आक्सीजन का बहुत इस्तेमाल होता है। वर्तमान में कोरोना से पीड़ितों की जान बचाने के लिए आक्सीजन की आपूर्ति मेडिकल कालेज व अस्पतालों में की जा रही है, जिससे रैपिड रेल प्रोजेक्ट को आक्सीजन नहीं मिल रही है। इससे कई काम रुक गए हैं। जैसे कांक्रीट की कास्टिंग, क्लैप निर्माण, पियर्स व पिलर्स के निर्माण में शटरिंग जोड़ना और फिर काटना आदि शामिल हैं। इसके अलावा भी रैपिड रेल परियोजना में बहुत से ऐसे कार्य हैं, जिनमें इंडस्टियल आक्सीजन इस्तेमाल होती है और उसके बिना निर्माण कार्य आगे नहीं बढ़ सकता है।

पहली प्राथमिकता कोरोना से बचाव

एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने कहा कि रैपिड रेल प्रोजेक्ट में लगे कई इंजीनियर और श्रमिक संक्रमित हुए हैं, जिनको नियमानुसार क्वारंटाइन किया जा रहा है। नियमित जांच और इलाज चल रहा है। पहली प्राथमिकता कोरोना से बचाव है। स्थिति सामान्य होने पर काम गति पकड़ेगा। 

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