मिलों के संचालन में देरी, कोल्हू पर गन्ना डालने को मजबूर किसान

बारिश के कारण चीनी मिलों के संचालन में देरी से किसान परेशान हैं। एक तरफ दिवाली के त्यौहार के लिए घर की जरूरतें तो दूसरी तरफ आलू व गेहूं बुवाई के लिए किसानों को खेत भी खाली करना है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 07:06 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 07:06 AM (IST)
मिलों के संचालन में देरी, कोल्हू पर गन्ना डालने को मजबूर किसान
मिलों के संचालन में देरी, कोल्हू पर गन्ना डालने को मजबूर किसान

मेरठ, जेएनएन। बारिश के कारण चीनी मिलों के संचालन में देरी से किसान परेशान हैं। एक तरफ दिवाली के त्यौहार के लिए घर की जरूरतें तो दूसरी तरफ आलू व गेहूं बुवाई के लिए किसानों को खेत भी खाली करना है। किसानों के लिए कोल्हू में गन्ना डालना मजबूरी बन गया है। कोल्हू में चीनी मिल से गन्ने का रेट प्रति कुंतल 100 से 125 रुपये तक कम मिलने पर किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

गन्ना किसान गेहूं व आलू की बुवाई के लिए जल्द खेत खाली करना चाहते हैं। लेकिन बारिश के कारण चीनी मिल संचालन में देरी हो रही है। जिससे गन्ना की कटाई न होने के कारण रबी फसलों की बुवाई में देरी हो रही है। नवंबर के प्रथम सप्ताह तक आलू की बुवाई की जाएगी।

दिवाली पर रुपयों की जरूरत, कोल्हू में डालना पड़ा गन्ना

मेरठ ब्लाक के भूड़बराल निवासी गन्ना किसान मनोज कुमार ने बताया कि दिवाली के त्यौहार पर रुपयों की जरूरत है। इसलिए उन्होंने दो बुग्गी गन्ना कोल्हू में डाल दिया। कोल्हू में 225 से 250 रुपये प्रति कुंतल भाव चल रहा है। प्रति कुंतल 100 से 125 रुपये प्रति कुंतल तक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

भाकियू का कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन आज : लखीमपुर खीरी घटना के विरोध में भारतीय किसान यूनियन आज जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी की मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी के बाद गिरफ्तारी की मांग करेगा। भाकियू पदाधिकारी विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री के नाम पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपेंगे। इसमें तीनों कृषि कानूनों की वापसी, एमएसपी को कानूनी दर्जा, बेमौसम बारिश से नुकसान हुई फसल का मुआवजा व खाद आपूर्ति आदि के संबंध में मांग की जाएगी। पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने बताया कि सुबह 11 बजे से कार्यकर्ता धरना देंगे।

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