विडंबना : बुलंदशहर में कोरोना संक्रमित शिक्षिका की मौत, आज आनी थी बरात, चुनाव ड्यूटी से हुआ था संक्रमण

यह बेहद ही कष्‍टकारी था। बुलंदशहर के बुगरासी में जिस युवती की आज बरात आनी थी उसकी कोरोना संक्रमण के चलते मौत होने से परिवार में हाहाकार मच गया। दुल्हन बनने का शिक्षिका ने ख्वाब संजोया था लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 05:30 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 05:30 PM (IST)
विडंबना : बुलंदशहर में कोरोना संक्रमित शिक्षिका की मौत, आज आनी थी बरात, चुनाव ड्यूटी से हुआ था संक्रमण
बुलंदशहर से शादी से एक दिन पहले की युवती की कोरोना से मौत हो गई।

बुलंदशहर, जेएनएन। बुलंदशहर जिले के बुगरासी क्षेत्र के गांव बनभोरा में सोमवार को कोरोना संक्रमण से एक शिक्षिका की मौत हो गयी। इस शिक्षिका की सोमवार यानि आज बरात आनी थी। दुल्हन बनने का शिक्षिका ने ख्वाब संजोया था, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। शिक्षिका जैसे ही चुनाव ड्यूटी से वापस आयी, उसे बुखार हो गया। शरीर की तपन बढ़ती गयी तो परिजनों ने उसे गाजियाबाद के यशोदा हास्पिटल में भर्ती कराया। यहां उपचार के दौरान शिक्षिका ने उसी दिन अंतिम सांस ली, जिस दिन उसे दुल्हन बनकर पिया के घर जाना था। शिक्षिका की मौत से पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

पंचायत चुनाव में थी ड्यूटी

बनभोरा निवासी सुरेंद्र सिंह की 27 वर्षीय बेटी रश्मि प्राइमरी स्कूल में टीचर थी। उसकी नियुक्ति जनपद बदायूं के उझानी ब्लॉक स्थित हजरतगंज गांव की प्राइमरी पाठशाला में थी। चुनाव के चलते रश्मि की 19 अप्रैल को ब्लॉक डहगवां के गांव सिरसौल में चुनाव ड्यूटी थी। राशि जब 20 अप्रैल को अपने गांव वापस आई तो उसे तेज बुखार था। परिजनों ने तत्काल रश्मि का इलाज कराया, लेकिन आराम नहीं हो पाया। 27 अप्रैल को रश्मि को बुलंदशहर ले जाया गया, जहां से उसे गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।

परिवार में हाहाकार

परिजनों ने बताया कि रश्मि का यशोदा अस्पताल में इलाज चल रहा था। उसकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आयी थी। रविवार रात इलाज के दौरान रश्मि की मौत हो गई। रश्मि की मौत से परिवार में हाहाकार मच गया। पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। अस्पताल की एम्बुलेंस से शव सोमवार की सुबह बसीबांगर गंगाघाट लाया गया, जहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। रश्मि के पिता ने बताया कि उनकी बेटी की शादी तय हो गयी थी। सोमवार यानि आज ही उसकी बरात आनी थी। हालांकि, रश्मि के बीमार होने पर उन्होंने शादी की तिथि आगे बढ़ा दी थी। उन्हें नहीं पता था कि जिस बेटी को वह सोमवार को दुल्हन बनाकर विदा करने वाले थे, वह इसी दिन कोरोना के कारण दुनिया से विदा हो जाएगी। रश्मि की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। गांव में भी शोक है। हर कोई रश्मि की मौत से आहत है।

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