शामली में बेटी ने निभाई माता-पिता के अंतिम संस्कार की रस्म, सभी ने बंधाया ढांढस

Shamlis daughter performed the last rites शामली में माता-पिता के साथ नगर में रहती थी युवती। माता-प‍िता का कोरोना संक्रमण से निधन हो गया। कोई भाई नहीं है इसलिए युवती ने अंतिम संस्कार की सभी रस्मों को पूरा किया। सभी ने बंधाया ढांढस।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 08:41 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 08:41 PM (IST)
शामली में बेटी ने निभाई माता-पिता के अंतिम संस्कार की रस्म, सभी ने बंधाया ढांढस
बेटी ने निभाई माता-पिता के अंतिम संस्कार की रस्म

शामली, जेएनएन। एमएड की शिक्षा ले रही युवती पर गमों का पहाड़ टूटा। एक पखवाड़े में काल के क्रुर पंजों ने उससे माता-पिता का साया छीन लिया। पंद्रह दिन पहले मां का निधन हो गया तो बुधवार को पिता भी चल बसे। इकलौती बेटी होने के नाते युवती ने अंतिम संस्कार की सभी रस्मों को पूरा किया। गुरुवार को नगर के श्मशान घाट में पिता को मुखाग्नि दी।

यह है मामला

मोहल्ला छीपीयान निवासी कुलदीप सैनी जनवरी 2020 में नगर पंचायत झिंझाना से हेड क्लर्क के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। कुलदीप सैनी अपनी पत्नी व अपनी इकलौती बेटी चेतना के साथ रह रहे थे। 26 मई को कोरोना के चलते कुलदीप की पत्नी का निधन हो गया। इसके बाद कुलदीप भी कोरोना की चपेट में आ गए। लगभग बीस दिन देहरादून के एक अस्पताल में भर्ती रहे। नौ जून को उनका भी निधन हो गया।

माता- पिता की मौत के बाद चेतना पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। कोरोना गाइडलाइन के अनुसार, गुरुवार को एंबुलेंस में पिता के शव को श्मशान घाट पर ले जाया गया। वहां चेतना ने अंतिम संस्कार से जुड़ी रस्म पूरी की। कुलदीप सैनी और उनकी पत्नी की मौत के बाद एमएड की शिक्षा प्राप्त कर रही चेतना सैनी को रिश्तेदारों व शुभचिंतकों ने सांत्वना दी। 

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