पापा! मेरा अपहरण हो गया है, पुलिस को मत बताना
हापुड़ के फैक्ट्री मालिक ने अपहरण की झूठी सूचना देकर मचाया हड़कंप। शहर की पुलिस ने बहाया पसीना, चार घंटे बाद ससुराल में मिला उद्यमी।
मेरठ। हैलो पापा, कार सवार बदमाशों ने मेरा अपहरण कर लिया है। हाथ-पांव बांध दिए हैं, मेरी जान खतरे में है। पुलिस को मत बताना। इस तरह की कॉल परिजनों के पास पहुंची तो हड़कंप मच गया। घटनाक्रम मेरठ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का था, लिहाजा शहर के थानेदार और पुलिस अधिकारी सड़कों पर उतर आए। चार घंटे बाद उद्यमी मुजफ्फरनगर ससुराल में मिला, जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।
हापुड़ के रेलवे रोड मयूर लेन निवासी तुषार गर्ग (40) पुत्र प्रमोद गर्ग की हापुड़ में बुलंदशहर रोड पर पेपर फैक्ट्री है। शुक्रवार दोपहर को वह पिता के साथ मेरठ में सिविल लाइन थाना क्षेत्र में यूनिक एजेंसी पर कार ठीक कराने आए थे। इसी बीच तुषार दस्ताने और कुछ अन्य सामान खरीदकर लाने की बात कहकर एजेंसी से चले गए। शाम 03.58 बजे तुषार गर्ग ने पिता और हापुड़ में परिजनों के पास फोन किया। उनकी बात सुनकर सभी दहशत में आ गए। उन्होंने बताया कि कार सवार बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया है। हाथ पैर बांधकर मुंह पर दुपंट्टा लपेट दिया है। बदमाश उसकी जान ले सकते हैं, लिहाजा पुलिस को सूचना न दी जाए। उसके पिता आनन-फानन में जानकारों को लेकर एसएसपी आवास पर पहुंचे और कार्रवाई की मांग की।
पुलिस में हड़कंप मच गया। एसपी सिटी से लेकर कई थानेदारों को सड़क पर उतार दिया गया। शाम 4.15 बजे तुषार की लोकेशन पीएल शर्मा रोड की आई। इसके बाद उनका नंबर कवरेज क्षेत्र से बाहर बताने लगा। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। देर रात मोबाइल की लोकेशन मुजफ्फरनगर आई। परिजनों ने संपर्क किया तो वह ससुराल में थे। उद्यमी के सकुशल होने की जानकारी होते ही अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
गलती से मेरा अपहरण कर ले गए बदमाश
रात 11 बजे पुलिस उद्यमी को मेरठ ले आई। वह अपहरण की घटना पर अडिग रहे। उन्होंने बताया कि बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया था लेकिन बदमाशों कहा कि वे गलत आदमी को ले आए हैं। तुषार ने बताया कि इसके बाद बदमाश उसे मुजफ्फरनगर की तरफ कार से उतारकर फरार हो गए। बदमाशों ने उनका मोबाइल क्यों नहीं छीना और ससुराल के पास ही क्यों छोड़कर गए, इसके जवाब वे नहीं दे सके। पुलिस तुषार से पूछताछ कर रही है।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि उद्यमी ने खुद के अपहरण की झूठी सूचना दी थी। चार घंटे की मशक्कत के बाद उसे मुजफ्फरनगर ससुराल से बरामद कर लिया। उसे मेरठ लाने के लिए पुलिस टीम भेज दी है। उसने झूठी सूचना क्यों दी, इसके बारे में पूछताछ की जाएगी।