Cyber Crime In Meerut: मोबाइल में इस एप के डाउनलोड करते ही खाता हो गया साफ

बैंक से कर्मचारी का फोने आने के बाद एक युवती ने एक एप डाउनलोड किया। थोड़े समय बाद उसके बैंक खाते से सभी रुपये गायब हो गए। महिला ने दोबारा फोन किया तो ठग ने दूसरे खाते की जानकारी मांगी।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 08:22 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 08:22 PM (IST)
Cyber Crime In Meerut: मोबाइल में इस एप के डाउनलोड करते ही खाता हो गया साफ
मेरठ में एक युवती के एप डाउनलोड करते ही खाते से रुपये गायब।

मेरठ, जेएनएन। आनलाइन ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कभी मोबाइल मैसेज से लिंक भेजकर ठगी हो जाती है, तो कभी मोबाइल पर कॉल के जरिए खाते से पैसे साफ हो जाते हैं। लेकिन यहां एक अलग मामला सामने आया है। मोबाइल नंबर को बैंक खाते से जोडऩे के नाम पर एप डाउनलोड करा दिया और थोड़े समय में ही खाते से सभी रुपये गायब हो गए। पीड़िता से ठगों ने दूसरे खाते की डिटेल भी मांगी, लेकिन उन्होंने नहीं दी। इसके बाद पीड़िता ने साइबर सेल में शिकायत की है।

इस एप को डाउनलोड करते ही गायब हुए रुपये

हापुड़ निवासी अनीता वर्मा का मायका ब्रह्मपुरी क्षेत्र के भगवतपुरा में है। कुछ दिन पहले ही वह यहां आई थीं। उन्होंने बताया कि दिल्ली रोड स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक में उनका खाता है। गुरुवार शाम उनके पास एक फोन आया, कालर ने खुद को बैंक कर्मचारी बताते हुए कहा कि टीम व्यूवर क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड कर लीजिए। इससे आपको खाते से किसी भी प्रकार के लेनदेन का मैसेज आना शुरू हो जाएगा। एप डाउनलोड करते ही खाते से 95 हजार रुपये कट गए।

दोबारा फोन करते हुए दूसरे खाते की मांगी जानकारी

पीड़िता ने वापस उसी नंबर पर फोन किया तो मोबाइल बंद आया। सुबह फिर से एक और फोन आया। कालर ने रुपये लौटाने की बात कहते हुए दूसरे खाते की जानकारी मांगी, लेकिन उन्होंने नहीं दी। इसके बाद उन्होंने थाने पहुंचकर शिकायत की, जहां से उन्हें साइबर सेल भेज दिया गया। साइबर सेल प्रभारी दिलीप शर्मा ने बताया कि रकम को फ्रीज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रकम वापसी की कार्रवाई की जा रही है।  

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