सहारनपुर में क्राइम ब्रांच की छापेमारी, शिक्षामित्र समेत दो हिरासत में, लाखों रुपये की नकली करेंसी मिलने की चर्चा

सहारनपुर में मुजफ्फरनगर क्राइम ब्रांच की टीम की छापेमारी में एक शिक्षामित्र समेत दो लोगों को हिरासत में लेने की चर्चा है। टीम को दोनों के पास से लाखों रुपये की नकली करेंसी मिलने की बात कही जा रही है। देवबंद पुलिस जानकारी नहीं होने की बात कह रही है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 10:30 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 10:30 PM (IST)
सहारनपुर में क्राइम ब्रांच की छापेमारी, शिक्षामित्र समेत दो हिरासत में, लाखों रुपये की नकली करेंसी मिलने की चर्चा
सहारनपुर में क्राइम ब्रांच की छापेमारी, शिक्षामित्र समेत दो हिरासत में

सहारनपुर, जागरण संवाददाता। क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरुवार देर रात रिपोर्टिंग चौकी क्षेत्र के खेड़ामुगल में छापेमारी कर एक शिक्षामित्र समेत दो लोगों को हिरासत में लिया है।

चर्चा है कि टीम मुजफ्फरनगर क्राइम ब्रांच की थी और टीम को दोनों के पास से लाखों रुपये की नकली करेंसी मिली है। हालांकि देवबंद पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है। दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। बताया गया है कि क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आया व्यक्ति खेड़ामुगल के पास के ही एक गांव के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र है और उसके स्वजन भी चुप्पी साधे हैं। पूरा मामला सामने आने के बाद खुफिया विभाग भी जांच में जुट गया है। उधर, प्रभारी निरीक्षक योगेश शर्मा ने बताया कि क्राइम ब्रांच द्वारा हिरासत में लिए गए लोगों के संबंध में जानकारी होने से इन्कार किया है। साथ ही जानकारी करने की बात कही है।

सुविधा शुल्क न देने पर दारोगा दे रहा जेल भेजने की धमकी, मुख्‍यमंत्री से

सहारनपुर। नागल थाने में तैनात एक दारोगा सुविधा शुल्क न देने पर पीडि़त को जेल भेजने की धमकी दे रहा है। पीडि़त ग्रामीण ने मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की है।

पीडि़त राजीव त्यागी पुत्र बालेश्वर त्यागी निवासी ग्राम व थाना नागल ने मुख्यमंत्री को भेजे प्रार्थना पत्र में बताया कि वह गांव नासिर पुर डिगोली के रहने वाले हैं। यहां उनका पुश्तैनी मकान है, जिसकी दीवार पड़ोसी ने तोड़ दी थी। मामले की शिकायत थाना नागल पुलिस को दी थी। बाद में उक्त मामले में विपक्षी से समझौता हो गया था, जो नागल थाना अध्यक्ष को दे दिया गया था, लेकिन बाद में हल्का दारोगा उनके घर पहुंचा और पांच हजार रुपये मांगने लगा। पीडि़त का कहना है कि उसने दारोगा से कहा कि वह कोई अपराधी नहीं है, जो पैसे देंगे, लेकिन दरोगा ने धमकाया कि 'यदि रुपये नहीं दिए तो तुम्हें झूठे मुकदमे में जेल भेज दूंगा।' इस संबंध में जब दारोगा रविंद्र भाटी से बात की गई तो उन्होंने लगाए गए आरोपों को निराधार बताया। उधर, पुलिस क्षेत्राधिकारी देवबंद रजनीश उपाध्याय का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। फिर भी मामले की जांच कराई जाएगी। यदि कुछ भी सत्यता पाई गई तो आरोपित दारोगा के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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