Corona Treatment: निजी मेडिकल कॉलेजों में भी होगा कोविड का उपचार, पढि़ए कितने रुपये करने होंगे खर्च Meerut News
प्राइवेट अस्पताल देखते रह गए। प्रदेश सरकार ने कोरोना इलाज के लिए निजी मेडिकल कालेजों को दस फीसद बेड पर चार्ज लेकर इलाज करने की अनुमति प्रदान कर दी है।
मेरठ, [संतोष शुक्ल]। Corona Treatment प्राइवेट अस्पताल देखते रह गए और निजी मेडिकल कालेजों ने कोरोना इलाज को लेकर बाजी मार ली। प्रदेश सरकार ने कोरोना इलाज के लिए निजी मेडिकल कालेजों को दस फीसद बेड पर चार्ज लेकर इलाज करने की अनुमति दे दी है। मेरठ में सुभारती में 40 और मुलायम सिंह यादव मेडिकल कॉलेज में 30 बेड पर रोजाना करीब दस हजार रुपए के खर्च पर इलाज मिल सकेगा। प्रदेश सरकार ने सामान्य, गंभीर और जटिल मरीजों के लिए अलग-अलग रेट तय किए हैं।
दस फीसद बेड को अनुमति
मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि प्रदेश सरकार ने निजी मेडिकल कॉलेजों में भी दस फीसद बेड को निजी कोविड बेड के तौर पर इस्तेमाल करने की इजाजत दी है। प्रशासनिक देखरेख में चलने वाले इस वार्ड में आइसीयू में पीपीई किट समेत रोजाना 15 हजार, जबकि ऑक्सीजन पर रखे और समान्य लक्षणों वाले मरीजों को आठ से दस हजार रुपए देना होगा।
निजी मेडिकल कालेजों को बड़ी राहत
प्रदेश सरकार ने गत दिनों अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए सुभारती मेडिकल के सभी 750 बेड फ्रीज कर दिए थे। यह पर कोरोना मरीजों से भुगतान लेकर उन्हें प्राइवेट वार्ड और रूम देने की शिकायत शासन तक पहुंच चुकी है। मुलायम सिंह यादव मेडिकल कॉलेज को भी बेड की संख्या बढ़ाने के लिए कहा गया था। अब शासन ने निजी मेडिकल कालेजों को दस फीसद बेड पर कोरोना मरीजों को भर्ती करने की अनुमति दे दी। इससे जिले में इलाज का दायरा बढेगा। आइसीएमआर की गाइड लाइन पर शासन ने इलाज का मानक तय कर दिया है। निजी मेडिकल कॉलेज अपने तरीके से क्रिटिकल केअर एक्सपट्र्स को बुला सकेंगे। ड्यूटी करने वालों की क्वारंटाइन में भी सरकार छूट देगी। सुभारती में 25 और मुलायम सिंह यादव मेडिकल कॉलेज में दस वेंटीलेटर हैं।