स्वदेशी और पारंपरिक सजावटी वस्तुओं से पटा बाजार

त्योहारी सीजन में इस बार बाजार में देसी लैंप लाइट झूमर और झालर छाए हुए हैं। लोग इन्हें खूब पसंद कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 07:58 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 07:58 AM (IST)
स्वदेशी और पारंपरिक सजावटी वस्तुओं से पटा बाजार
स्वदेशी और पारंपरिक सजावटी वस्तुओं से पटा बाजार

मेरठ, जेएनएन : त्योहारी सीजन शुरू होते ही बाजार सजावटी सामानों से गुलजार हो जाते हैं। दुकानों पर रंग-बिरंगे आर्टिफिशियल फूल, लैंप, रंगोली, वाल हैंगिंग और बंदनवार सहित अनेक सजावटी वस्तुओं से दुकानें सजी हुई हैं। इस सबमें एक बात खास है कि इस बार बाजार में स्वदेशी और हस्तनिर्मित वस्तुओं की भरमार है, और लोग इन्हें काफी पसंद भी का रहे हैं। इसके चलते स्थानीय उत्पादकों को भी रोजगार मिल रहा है। मोतियों की लड़ी, कपड़े और जूट की बंदनवार और वाल हैंगिंग बनाने के अलावा रंगोली पाउडर बनाने का काम भी कर रहे हैं।

देसी सजावटी सामान की मांग

फुटबाल चौक स्थित अग्रवाल टावर में मोहिनी क्रिएशन के मालिक उदित अरोड़ा पिछले पांच सालों से इस काम से जुड़े हुए हैं। उनका कहना है कि लोगों की पसंद बदल रही है। लोग अब पारंपरिक कला से बने सजावटी सामान की मांग कर रहे हैं, जो देखने में सबसे अलग हो। इस बार मोतियों की लड़ी, आर्टिफिशियल फूलों की लड़ी के साथ ही जूट से बनी बंदनवार आदि की मांग 50 से 60 फीसद अधिक है। इनकी खासियत है कि इन्हें त्योहारों के अलावा भी घर को सजाने के लिए उपयोग में लिया जा सकता है। यह हमेशा ही घर को नया कलेवर देने का काम करते हैं। बाजार में छाई गुजरात की लाइट

गढ़ रोड स्थित शाइन लाइट शोरूम के मालिक अंकित सिंघल का कहना है कि इस बार त्योहारी सीजन के लिए गुजरात की लाइट और झालर मंगवाई है। यह अन्य झालर की अपेक्षा अधिक चलती है। इसके अलावा मुरादाबाद के लैंप और झूमर और फीरोजाबाद के लैंप की भी काफी मांग है। इस बार लोग देसी लाइट, झालर और लैंप ही अधिक पसंद कर रहे हैं। इनमें पारंपरिक डिजाइन की मांग अधिक है।

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