Fraud in MGNREGA : यूपी के इस जिले में इंटर कालेज के शिक्षक मनरेगा में करते हैं काम, लेते हैं पूरा दाम

इंटर कॉलेज के शिक्षक मनरेगा में काम कर भुगतान भी पूरा ले लिया। जिसके बाद से अधिकारियों ने छानबीन शुरू कर दी। सीडीओ ने परियोजना निदेशक को जांच करने का आदेश दिया है।

By Prem BhattEdited By: Publish:Fri, 07 Aug 2020 12:06 AM (IST) Updated:Fri, 07 Aug 2020 12:06 AM (IST)
Fraud in MGNREGA : यूपी के इस जिले में इंटर कालेज के शिक्षक मनरेगा में करते हैं काम, लेते हैं पूरा दाम
Fraud in MGNREGA : यूपी के इस जिले में इंटर कालेज के शिक्षक मनरेगा में करते हैं काम, लेते हैं पूरा दाम

बागपत, जेएनएन। इंटर कालेज के शिक्षक से मनरेगा में मजदूरी कराने और भुगतान करने का मामला प्रकाश में आया है। हैरत में आए अधिकारियों ने छानबीन शुरू कर दी है। डीआइओएस से रिपोर्ट तलब की गई है। सीडीओ ने परियोजना निदेशक को जांच करने का आदेश दिया है।

सुन्हैड़ा गांव निवासी जितेंद्र आर्य ने सीडीओ से लिखित शिकायत की कि फर्जीवाड़ा करके जिले के एक इंटर कालेज के शिक्षक को साल 2016 में मनरेगा में जॉब कार्ड जारी कर दिया गया था। मनरेगा से मजदूरी का भुगतान भी किया गया। उक्त शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके लेकिन मनरेगा से भुगतान उन्हें शिक्षक पद पर रहते हुए किया गया। शिकायतकर्ता ने कहा कि वह पहले भी अधिकारियों से शिकायत कर चुके, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।

इस प्रकरण में परियोजना निदेशक विद्यानाथ शुक्ल ने डीआइओएस को पत्र लिखकर पूछा है कि क्या आरोपित व्यक्ति अध्यापक हैं। सेवानिवृत्त हुए तो कब? यह रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

फंस सकती है कई की गर्दन

इस शिकायत के बाद अधिकारियों में भी खलबली मची है। दरअसल, मनरेगा में वास्तविक मजदूरों के जॉब कार्ड नहीं बन पाने के मामले सामने आते रहते हैं। ऐसे में किसी शिक्षक का जाब कार्ड बन जाना बड़े फर्जीवाड़े की तरफ इशारा करता है। यदि उक्त शिकायत सही निकली तो कई अन्य लोगों की गर्दन भी फंस सकती है। सीडीओ हुब लाल ने कहा कि ग्राम्य विकास विभाग के परियोजना निदेशक को मामले की जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। 

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