Corona Warriors: बस हराने का हौसला चाहिए, सहारनपुर में 70 साल की अतरकली से सीखें कैसे दी कोरोना को मात
सहारनपुर के गंगोह में रहने वाली एक महिला ने अपने हौसले से कोरोनावायरस को मात दी है। हालांकि उम्र 70 साल की होने के कारण उन्हें कुछ दिन अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था लेकिन बाद में वह अपने घर आ गई और घर से ही कोरोना को मात दी।
सहारनपुर, जेएनएन। Corona Warriors कोरोना को घर में भी रहकर हराया जा सकता है। केवल हौसला रखना होगा। मनोबल नहीं टूटना चाहिए। जिले के ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने घर में रहकर कोरोना को मात दी है। गंगोह ब्लाक के गांव उम्मेदगढ़ की रहने वाली एक महिला अतरकली ने भी हौसले से कोरोना को मात दी है। हालांकि उम्र 70 साल की होने के कारण उन्हें कुछ दिन करनाल के एक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था, लेकिन बाद में वह अपने घर आ गई और घर से ही कोरोना को मात दी।
अचानक आया था बुखार
गंगोह ब्लाक के गांव उम्मेदगढ़ निवासी 70 वर्षीय अतरकली को 26 अप्रैल को अचानक बुखार आ गया। पहले दो दिन तक तो अतरकली ने दवाई ली, लेकिन बुखार ठीक नहीं हुआ तो उसके बेटे सजिंद्र कुमार ने महिला का कोरोना टेस्ट कराया। जिसके बाद महिला की रिपोर्ट पाजिटिव आ गई। महिला की उम्र अधिक होने के कारण डाक्टरों ने सलाह दी कि उन्हें अस्पताल में भर्ती होना चाहिए। जिसके बाद अतरकली करनाल के एक अस्पताल में भर्ती हो गई। यहां पर महिला का कुछ दिन उपचार चला। कुछ ठीक होने के बाद महिला अपने घर में आ गई। महिला ने घर पर घरेलू नुस्खे और काढा पीया।
घर पर रहकर उपचार
डाक्टरों की सलाह पर दवाईयां ली। महिला का कहना है कि जिस तरह से उसकी देखभाल घर में की गई। उस तरह से अस्पताल में नहीं हो रही थी। जिस कारण वह जल्दी ठीक हो गई। अब महिला की रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई और वह बिलकुल ठीक है। महिला का कहना है कि लोगों को अधिकतर घर में रहकर उपचार लेना चाहिए। वह अस्पताल में भी रही और घर में भी। घर का उपचार बेहतर लगा, लेकिन महिला ने हौसला नहीं तोड़ा।