Corona warrior: मेरठ में योद्धा बोले- सजग रहिए, कोरोना छू भी नहीं पाएगा, साझा किए अपने अनुभव Meerut News

कोरोना को मात देने वाले योद्धाओं ने बताया कि साफ-सफाई को लेकर लोगों की धारणा में खासा बदलाव है। वे अब घर में भी साफ-सफाई को विशेष तवज्जो दे रहे हैं।

By Prem BhattEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 02:40 PM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 02:40 PM (IST)
Corona warrior: मेरठ में योद्धा बोले- सजग रहिए, कोरोना छू भी नहीं पाएगा, साझा किए अपने अनुभव Meerut News
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मेरठ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के चलते कहीं पुलिस और पीएसी में सकारात्मक बदलाव आए हैं, तो कहीं नकारात्मक। दैनिक जागरण ने कोरोना वायरस को मात दे चुके योद्धाओं से बातचीत कर जाना कि इस महामारी के बाद उनके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन आए? ये वो लोग हैं, जो अपनी ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण का शिकार हुए और अब स्वस्थ हैं। बातचीत में इन योद्धाओं ने बताया कि साफ-सफाई को लेकर लोगों की धारणा में खासा बदलाव है। वे अब घर में भी साफ-सफाई को विशेष तवज्जो दे रहे हैं। घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाना भी जवानों की आदत में शुमार हो रहा है। यहां तक की अब जेब में सैनिटाइजर रखना आम चलन सा हो गया है। जानिए कोरोना को हराकर आए लोगों से बातचीत के मुख्य अंश...।

ठीक होने के बाद बदला जीने का तरीका

पिल्लोखड़ी चौकी पर तैनात 55 वर्षीय सिपाही बिजेंद्र शर्मा ने बताया कि मैं शुगर और बीपी का मरीज हूं। उसके बाद भी 11 दिन में मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। अब मैं घर पर पूरी तरह स्वस्थ हैं।

कहां गलती हुई : मैं चौकी के पास एक आरोपित के घर दबिश में गया था। वहीं से संक्रमण की चपेट में आ गया।जीवन में क्या बदलाव आया : साफ-सफाई को लेकर ज्यादा सजग हो गया हूं। कपड़े और बर्तन भी साफ कर रहा हूं।

सबक : अब मास्क लगाकर रखता हूं। शारीरिक दूरी का ख्याल रखता हूं।

दस दिन बाद लौटै घर

एसपी सिटी की स्कॉर्ट में तैनात 29 वर्षीय सिपाही संजीव कुमार की रिपोर्ट पॉजिटिव भी आई थी। वे 10 दिन में सही होकर घर लौट आए।

कहां गलती हुई : स्कॉर्ट में रहने के दौरान मैं भीड़ में अचानक ही प्रवेश कर जाता था। इसी गलती से संक्रमण की चपेट में आ गया।

जीवन में क्या बदलाव आया: साफ-सफाई को लेकर पहले से ज्यादा जागरूक हो गया हूं। घर के दरवाजे, हैंडिल से लेकर चार पहिया वाहन को सैनिटाइज करता हूं।

सबक: ड्यूटी के दौरान अपना भी ख्याल रखना चाहिए।

12 दिन लगे ठीक होने में

छठीं वाहिनी पीएसी में तैनात 59 साल के फालोअर ओमप्रकाश अस्थमा और शुगर के मरीज हैं। वे भी कोरोना संक्रमित हो गए थे। 12 दिन बाद सही होकर घर लौटे।

कहां गलती हुई : किचन में खाना परोसते हुए संक्रमित पीएसी जवानों के संपर्क में आया था।

जीवन में क्या बदलाव आया : परिवार के साथ खुद भी घर की साफ-सफाई करता हूं। व्यायाम को दिनचर्या का हिस्सा बना लिया।

सबक : सब्जियां व अन्य सामान खाने से पहले अच्छे से धोता या सैनिटाइज जरूर करता हूं।

सूबे में 137 और मेरठ में 30 पुलिसकर्मी पॉजिटिव

उत्तर प्रदेश पुलिस, जीआरपी, पीएसी और होमगार्ड के 137 लोग अभी तक कोरोना पॉजिटिव हैं। 98 सिविल पुलिसकर्मी, 28 पीएसी जवान, नौ जीआरपी के और दो होमगार्ड शामिल हैं। आगरा में हेडकांस्टेबल और कानपुर में महिला कांस्टेबल की मौत भी हो चुकी है। साथ ही 2451 सिविल पुलिस, पीएसी, जीआरपी और होमगार्ड के सैंपल जांच के लिए गए है, जिन्हें खांसी, जुकाम और बुखार की समस्या थी। मेरठ में दो सिविल पुलिस के सिपाही, 18 पीएसी के जवान, एक फालोअर तथा नौ रिक्रूट कोरोना संक्रमित हए। दोनों सिपाही, तीन पीएसी के जवान और नो रिक्रूट एवं एक फालोअर की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। पीएसी के जवान मदन पाल, शुभम, कुलदीप व सागर शुक्रवार को ही ठीक हो घर लौटे है।

इनका कहना है

कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों के ठीक होकर आने पर फोर्स का मनोबल बढ़ा है। सभी पुलिसकर्मियों को सावधानी बरतते हुए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के आदेश दिए हैं, ताकि कोरोना संक्रमण से लड़ सकें। पुलिस के दो और पीएसी के तीन जवान तथा आठ रिक्रूट कोरोना का मात देकर सकुशल लौट आए हंै, जो अब कोरोना से बचाव के बारे में दूसरे पुलिसकर्मियों को भी जानकारी दे रहे है।

- राजीव सभरवाल, एडीजी जोन

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