माता-पिता को ले गया कोरोना, बेटिया हुई बेसुध

कोरोना वायरस लगातार परिवारों की खुशियों को लील रहा है लेकिन अस्पतालों की अव्यवस्था अ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 09:16 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 09:16 AM (IST)
माता-पिता को ले गया कोरोना, बेटिया हुई बेसुध
माता-पिता को ले गया कोरोना, बेटिया हुई बेसुध

मेरठ,जेएनएन। कोरोना वायरस लगातार परिवारों की खुशियों को लील रहा है लेकिन अस्पतालों की अव्यवस्था अपनों को खो चुके स्वजन की अंतहीन पीड़ा को असहनीय कर रही है। इसका ताजा उदाहरण विजय नगर निवासी दंपती की संक्रमण से हुई मौत के दौरान सामने आया। यहा स्वजन अपनों को बचाने के लिए यहा-वहा भटकते रहे लेकिन अपनों का फिर से साथ पाने की उम्मीद को निरंकुशता ने तोड़ दिया। मा-बाप को खो चुकी दो बेटिया जहा बेसुध हैं, वहीं स्वजन मोबाइल फोन और अन्य सामान पाने के लिए चक्कर काट रहे हैं।

विजय नगर निवासी ठेकेदार मुकेश जैन अपनी पत्नी सुलोचना जैन और दो बेटियों के साथ काफी खुश थे। करीब तीन सप्ताह पहले मुकेश की तबीयत खराब हुई तो स्वजन उपचार कराने के लिए कई अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद आनंद हास्पिटल तक पहुंचे और भर्ती कराया। यहा उपचार शुरू हुआ तो अस्पताल ने आक्सीजन उपलब्ध कराने की माग स्वजन के सामने रख दी। स्वजन भी आक्सीजन के लिए भटके और सिलेंडर का इंतजाम कर अस्पताल पहुंचे। यहा करीब एक घटे तक इंतजार किया और तब सिलेंडर मुकेश जैन तक पहुंचा लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। 30 अप्रैल को कुछ देर बाद ही मुकेश की मौत हो गई। विलाप करते हुए स्वजन ने मुकेश का अंतिम संस्कार कर दिया। उधर, पति की मौत से बेहाल हुई सुलोचना जैन की हालत भी खराब हो गई। स्वजन ने उन्हें मेडिकल में भर्ती कराया जहा उपचार के दौरान चार मई को सुलोचना ने भी अंतिम सास ली। मात्र एक ही सप्ताह में माता-पिता को खो चुकी दोनों बेटिया दुख से बेसुध हैं। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा कि अब उनके माता-पिता कभी उन्हें दुलार नहीं कर पाएंगे।

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नहीं दिया मोबाइल

मुकेश जैन के छोटे भाई व्यापारी नेता विनेश जैन ने बताया कि मेडिकल कालेज में भर्ती भाभी को उपचार के दौरान भैया का मोबाइल फोन बातचीत के लिए दिया था। लेकिन भाभी के जाने के बाद अन्य सामान के साथ मोबाइल अभी तक नहीं मिला है। विनेश ने बताया कि मोबाइल दिवंगत ठेकेदार भाई का था और इसमें उनके ठेकेदारी से संबंधित तमाम रिकार्ड, नंबर और लेनदेन का हिसाब भी है लेकिन कई बार गुहार लगाने के बाद भी मोबाइल नहीं मिल सका है।

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