आइआइटी में चयन की चिंता के आगे कोरोना दरकिनार
देश के 23 आइआइटी में प्रवेश के लिए रविवार को जेईई एडवांस्ड की परीक्षा मेरठ में हुई। मेरठ से दो हजार अभ्यर्थियों में 80 फीसद ने परीक्षा दी। कोविड को देखते हुए अभ्यर्थियों के बीच शारीरिक दूरी रखते हुए परीक्षा कराई गई।
मेरठ, जेएनएन। देश के 23 आइआइटी में प्रवेश के लिए रविवार को जेईई एडवांस्ड की परीक्षा मेरठ में हुई। मेरठ से दो हजार अभ्यर्थियों में 80 फीसद ने परीक्षा दी। कोविड को देखते हुए अभ्यर्थियों के बीच शारीरिक दूरी रखते हुए परीक्षा कराई गई। परीक्षार्थियों में कोरोना की कम चिंता थी, उससे अधिक वे अपने आइआइटी में चयन को लेकर अधिक परेशान नजर आए। आइआइटी में बीटेक और बीआर्क जैसे कोर्स में प्रवेश के लिए यह परीक्षा आयोजित की गई। मेरठ में आइआइएमटी, एफआइटी, एमआइईटी, एमआइटी और आइटीएम पांच केंद्रों पर परीक्षा हुई। इसमें करीब 1900 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। परीक्षा दो पालियों में सुबह नौ से 12 बजे और ढाई बजे से साढ़े पांच बजे के बीच हुई। सुरक्षा को देखते हुए परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर केवल चप्पल और सैंडल पहनकर प्रवेश दिया गया। परीक्षा शुरू होने से पहले सभी के सैनिटाइजर से हाथ भी साफ कराए गए। बहुत कठिन रहे सवाल जेईई में एनसीईआरटी आधारित सवाल पूछे गए थे। परीक्षार्थी दिव्यांश, रविंद्र, प्रिंस, गुड्डू ने दोनों पालियों की परीक्षा को कठिन बताया। गणित और भौतिक विज्ञान के सवाल लेंदी रहे। रसायन विज्ञान का पेपर औसत रहा। लंबे सवालों को हल करने में परीक्षार्थियों को समय लगा। निगेटिव मार्किंग रखी गई थी। कुछ परीक्षार्थियों ने पिछले साल की तुलना में इस बार एडवांस्ड के प्रश्नों को कठिन बताया। फिट्जी के सेंटर हेड कुमार गौरव ने भी पेपर को कठिन बताया। अच्छी तैयारी करने वाले छात्रों ने प्रश्न ठीक से किए गए होंगे। 50 फीसद पर अच्छी रैंक जेईई एडवांस्ड में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित से 132- 132 नंबर के सवाल आए थे। कुल 396 नंबर में 35 फीसद यानी 139 अंक पाने वाले अभ्यर्थी कामन मेरिट लिस्ट में आ सकते हैं। आइआइटी ने कामन मेरिट लिस्ट के लिए जो आधार तय किया है। उसके अनुसार हर विषय में 10 फीसद से अधिक अंक होने चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार 50 फीसद अंक पाने वाले अभ्यर्थियों की सम्मानजनक रैंक हो सकती है। पांच अक्टूबर को परिणाम जेईई एडवांस्ड की परीक्षा का परिणाम पांच अक्टूबर को आ सकता है। एडवांस्ड की मेरिट से शीर्ष स्थान रखने वाले अभ्यर्थियों को आइआइटी में प्रवेश मिलेगा। आइआइटी की पूरे देश में करीब 11500 सीट है।