हद है लापरवाही की, बागपत के कोविड अस्पताल में बदल गया मरीज का शव

Corona Patient Body changed in Covid Hospitalबागपत के कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित दो मरीजों की मौत के बाद मेडिकल स्टाफ की लापरवाही के चलते शव बदल गया। देर तक होता रहा हंगामा अंत में दोनों पक्षों में समझौता। एक मरीज के स्वजन ने किया दो शवों का अंतिम संस्कार।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 09:58 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 09:58 PM (IST)
हद है लापरवाही की, बागपत के कोविड अस्पताल में बदल गया मरीज का शव
बागपत के कोविड अस्‍पताल में शव बदला।

बागपत, जेएनएन। कोविड अस्पताल में गांव झुंडपुर और पाली के कोरोना संक्रमित दो मरीजों की मौत के बाद मेडिकल स्टाफ की लापरवाही के चलते झुंडपुर के मरीज का शव पाली गांव वाले मरीज के स्वजन को सौंप दिया गया। जब झुंडपुर गांव के मरीज के स्वजन अस्पताल पहुंचे तब मामले का राजफाश हुआ। इधर, तब तक पाली गांव में स्वजन अपने मरीज के शव का अंतिम संस्कार भी कर चुके थे। इसे लेकर कई घंटे तक हंगामा होता रहा। हालांकि बाद में दोनों मरीजों के स्वजन ने समझौता कर लिया कि स्वजन झुंडपुर के मरीज की अस्थियों को ले जाएंगे। बाद में पाली गांव के मरीज का भी अंतिम संस्कार कर दिया गया।

यह है मामला

सोमवार रात को कोविड अस्पताल में भर्ती बिनौली के झुंडपुर गांव निवासी सुरेंद्र शर्मा और बागपत के पाली गांव निवासी खुशीराम की कोरोना के कारण मौत हो गई थी। मंगलवार सुबह खुशीराम के स्वजन अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के स्टाफ ने उन्हें खुशीराम की जगह सुरेंद्र का पैक शव सौंप दिया। स्वजन भी बिना पहचान किए शव को गांव ले गए। इसके बाद सुबह 10 बजे सुरेंद्र के स्वजन भी शव लेने पहुंचे। जब शव सौंपा जा रहा था तब भतीजे पार्थ ने ध्यान दिया कि यह शव तो उनके मरीज सुरेंद्र का नहीं था। तत्काल मामले की जानकारी मौजूद स्टाफ को दी गई। इसके बाद वहां अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में अस्पताल कर्मी पाली गांव पहुंचे लेकिन तब तक स्वजन शव का अंतिम संस्कार कर चुके थे। इसके बाद पार्थ ने डीएम राजकमल यादव से मामले की शिकायत की। डीएम के आदेश पर एसीएमओ डा. यशवीर सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों परिवारों से लंबी वार्ता की लेकिन निष्कर्ष नहीं निकल सका। इसपर सुरेंद्र के स्वजन ने पाली के खुशीराम के फोटो का मिलान शव से कराया तब स्टाफ की लापरवाही सामने आ गई। अंतत: अधिकारियों और पुलिस के हस्तक्षेप के बाद यह तय हुआ कि खुशीराम के शव का अंतिम संस्कार भी पाली गांव के लोग करेंगे, जबकि सुरेंद्र की अस्थियां उसके स्वजन ले जाकर विसॢजत करेंगे। इस तरह पाली गांव में दो लोगों का अंतिम संस्कार हुआ।

इन्होंने कहा...

अस्पताल से स्वजन को शव दिखाने के बाद ही उन्हें सिपुर्द किया जाता है। इस मामले में भी स्वजन की पुष्टि करने के बाद शव उन्हें सौंपा गया था। हालांकि मामले की विभागीय जांच कराई जाएगी।

- डा. यशवीर, एसीएमओ।

शव बदले जाने की जानकारी मिली थी। हालांकि बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया।

- शिव प्रकाश सिंह, इंस्पेक्टर खेकड़ा

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