बाजार बंदी से नहीं थमेगा कोरोना संक्रमण
दो दिन के लॉकडाउन को लेकर व्यापारियों का नजरिया अलग-अलग है। दैनिक जागरण ने इस मुद्दे पर शनिवार को शहर के मुख्य बाजारों के प्रतिनिधियों और व्यापारी नेताओं से बात की।
जेएनएन, मेरठ। दो दिन के लॉकडाउन को लेकर व्यापारियों का नजरिया अलग-अलग है। दैनिक जागरण ने इस मुद्दे पर शनिवार को शहर के मुख्य बाजारों के प्रतिनिधियों और व्यापारी नेताओं से बात की। अधिकतर व्यापारियों का कहना था कि बाजार बंद करना कोरोना रोकथाम का विकल्प नहीं है। कुछ ऐसे भी व्यापारी थे, जो 15 दिन तक लगातार कड़े लॉकडाउन में पक्ष में दिखे।
इनका कहना है
कोरोना संक्रमण के साथ ही हमें अपना जीवन पटरी पर लाना होगा। लोगों को स्वयं बचाव के प्रति जागरूक होना होगा। दुकानें बंद करना इसका समाधान नहीं है। पूरा बाजार एक साथ खुलना चाहिए।
नवीन गुप्ता, संयुक्त व्यापार संघ
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शासन-प्रशासन को भलीभांति मंथन कर तय करना चाहिए कितने दिन के लॉकडाउन के बाद स्थिति सामान्य हो सकेगी। बार-बार लॉकडाउन से व्यापारी और आमजनता में भय का माहौल बनता है।
अजय गुप्ता, अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ
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कोरोना से निपटने में सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। दो दिन के लॉकडाउन से ज्यादा फर्क नहीं पडेगा। ऑनलाइन कंपनियों को व्यापार की छूट है। आम दुकानदार हाथ पर हाथ धरे बैठा है। दोनों ओर की दुकानें खुलेंगी तो भीड़ नहीं लगेगी।
आशु शर्मा, अध्यक्ष, पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल
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सप्ताह में एक दिन पूर्ण लॉकडाउन की जो पूर्व की व्यवस्था थी, उसे प्रशासन को जारी रखना चाहिए। सभी बाजारों को एक दिन बंद किया जाए और सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराया जाए।
सरदार नरेंद्र सिंह, अध्यक्ष आबू लेन व्यापार संघ
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दो दिन के लॉकडाउन से कोई फायदा नहीं है। 15 दिन पूर्ण लॉकडाउन लगा कर कोरोना संक्रमितों की सघन जांच कराई जाए। व्यापार पहले भी प्रभावित हो रहा है। एक बार कोरोना पर काबू हो गया तो आगे अपने आप सब ठीक हो जाएगा।
पुनीत शर्मा, महामंत्री, बेगम पुल व्यापार संघ
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सरकार को लग रहा है कि बाजार बंद होने से कोरोना का प्रकोप थम जाएगा। उद्योगों के संचालन की अनुमति दी गई है केवल आम व्यापारी की दुकानें ही बंद हैं। कोरोना संक्रमण स्वास्थ्य सेवाओं को पुख्ता बनाने से थमेगा।
लोकेश अग्रवाल, प्रांतीय महामंत्री, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल
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पहले जान है फिर व्यापार है। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कम से कम 15 दिन का कर्फ्यू लगना चाहिए। जरूरी वस्तुओं की होम डिलीवरी करायी जाए। 48 घंटे के लॉकडाउन से कोई ज्यादा फर्क नहीं पडेगा।
किशोर वाधवा, अध्यक्ष सेंट्रल मार्केट व्यापार संघ
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सरकार ने पूर्ण लॉकडाउन का फैसला सोच-समझकर किया है। इससे कोरोना श्रृंखला टूटने में मदद मिलेगी। बाजारों में लोग जरूरत का सामान लेने के लिए निकलें। भीड़भाड वाले इलाकों में जाने से बचें।
सुनील दुआ, अध्यक्ष, सदर व्यापार मंडल।