Corona In Meerut: चिंता की बात नहीं, मेरठ मंडल में उपलब्ध हैं 367 टोसिलिजुमैब इंजेक्शन
कोरोनाकाल में यह राहत की बात है कि कोरोना मरीजों के लिए उम्मीद की अंतिम किरण कहलाने वाली दवा टोसिलिजुमैब इंजेक्शन भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन के माध्यम से इसे प्राप्त किया जा सकेगा। मंडल में 367 वायल इंजेक्शन है।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ में कोरोना के इलाज में प्रयोग की जाने वाली दवाओं का भारी संकट रहा, लेकिन प्रदेश सरकार ने अब काफी हद तक इसकी उपलब्धता बना दी है। कोरोना मरीजों के लिए उम्मीद की अंतिम किरण कहलाने वाली दवा टोसिलिजुमैब इंजेक्शन भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन के माध्यम से इसे प्राप्त किया जा सकेगा। मंडल में 367 वायल इंजेक्शन है। यह दवा मरीज में गिरते आक्सीजन स्तर में सुधार के लिए दी जाती है।
3000 से ज्यादा बैड
सीएम योगी रविवार को मेरठ के दौरे पर थे। यहां पर दो-एल 3 केंद्र होने के साथ ही तीन हजार से ज्यादा कोविड बेड हैं। अस्पतालों में बड़ी संख्या में गंभीर मरीज भर्ती हैं, जिनके लिए सरकार ने आक्सीजन व रेमडेसिविर के साथ ही बेहद महंगा इंजेक्शन टोसिलिजुमैब उपल्ब्ध कराया है। मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने सीएम योगी के सामने दवाओं की उपलब्धता की सूची पेश की, जिसमें कई जीवनरक्षक दवाएं भरपूर मात्रा में स्टाक में दिखाई गई हैं। 16 मई तक की रिपोर्ट बताती है कि रेमडेसिविर की सर्वाधिक उपलब्धता मेरठ में है, वहीं आइवरमेक्टिन गाजियाबाद में ज्यादा मिली।
क्या है टोसिलिजुमैब
यह एंटी वायरल ड्रग है, जो आइसीयू में गंभीर बने मरीजों को दी जाती है। खासकर, जब मरीजों की स्थिति में 24 से 48 घंटे तक कोई सुधार नहीं होता। यह दवा साइटोकाइन स्टार्म की वजह से फेफड़ों के साथ ही अन्य अंगों में बने इंफ्लेमेशन को घटाने के लिए जानी जाती है। यह 4-6 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम बाडी वेट के आधार पर दी जाती है। इसकी कीमत करीब 50 हजार रुपये होती है।
ये है अन्य दवाओं की उपलब्धता
जिला रेमडेसिविर आइवरमेक्टिन डॉक्सी
मेरठ 5004 11900 16000
गाजियाबाद 2254 15422 24212
जीबी नगर 2838 65000 3000
बुलंदशहर 1150 7950 28500
हापुड़ 804 16200 6400
बापगत 1007 2000 500