Corona Effect: मेरठ में कोरोना का असर, एमडीए की संपत्तियों की ई नीलामी में नहीं दिखा रूझान
एमडीए की विभिन्न योजनाओं जैसे गंगानगर वेद व्यासपुरी श्रद्धापुरी पांडवनगर समेत एमडीए की सभी आवासीय कालोनियों में जो कार्मशियल व आवासीय रिक्ट प्लाट हैं उनकी बिक्री के लिए ई नीलामी की प्रक्रिया शुक्रवार को रखी गई। लेकिन कोई खास रेस्पांस नहीं मिला।
मेरठ, जेएनएन। शुक्रवार को एमडीए की संपत्तियों की ई-नीलामी प्रक्रिया पर कोरोना महामारी का साफ असर दिखाई दिया। पूरे दिन चली प्रक्रिया में एमडीए की चार संपत्तियों के लिए छह आवेदकों ने ही रुचि दिखाई। जबकि ई नीलामी 353 संपत्तियों के लिए होनी थी।
एमडीए की विभिन्न योजनाओं जैसे गंगानगर, वेद व्यासपुरी, श्रद्धापुरी, पांडवनगर समेत एमडीए की सभी आवासीय कालोनियों में जो कार्मशियल व आवासीय रिक्ट प्लाट हैं, उनकी बिक्री के लिए ई नीलामी की प्रक्रिया शुक्रवार को रखी गई। कुल 1500 करोड़ की 353 संपत्तियों के लिए ई नीलामी की प्रक्रिया की गई है। जो सुबह 10 बजे से शुरू हुई और शाम पांच बजे समाप्त हुई। जिसमें कुल चार संपत्तियों के लिए छह आवेदकों ने ई नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा लिया।
इसमें लोहिया नगर योजना अंतर्गत एक कामर्शियल प्लाट और अन्य योजनाओं में तीन आवासीय संपत्तियों के लिए आवेदकों ने बोली लगाई है। हालांकि एमडीए अफसरों का कहना है कि ई-नीलामी की वास्तविक स्थिति सोमवार को पता चलेगी। वैसे कोरोना महामारी का दौर है। लेकिन एमडीए हर महीने संपत्तियों की ई नीलामी प्रक्रिया करता है। हर बार ही अपेक्षित आवेदक नहीं मिलते हैं।