Corona Curfew In Meerut: जनता ने तोड़ा कोरोना कर्फ्यू तो सड़कों पर उतरे अफसर, आज भी रहेगी सख्‍ती

साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू के बावजूद रविवार को भी सुबह होते ही रोजाना की तरह भीड़ सड़कों पर निकल पड़ी। कुछ क्षेत्रों में दुकानें भी खुल गई। जिसके बाद कर्फ्यू का पालन कराने के लिए एडीएम सिटी और मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस अधिकारी सड़कों पर निकले।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 02:00 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 02:00 PM (IST)
Corona Curfew In Meerut: जनता ने तोड़ा कोरोना कर्फ्यू तो सड़कों पर उतरे अफसर, आज भी रहेगी सख्‍ती
विभिन्न स्थानों पर कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराने को सड़कों पर उतरे अधिकारी।

मेरठ, जेएनएन। Corona Curfew In Meerut कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या 600 से कम होने पर मेरठ में भी कोरोना कर्फ्यू को जिला प्रशासन ने खत्म कर दिया था। इसके बाद अब रोजोना रात में तथा सप्ताह में दो दिन का साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू लागू है। 60 घंटे के साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू का आज शनिवार को पहला दिन था। सुबह होते ही रोजाना की तरह भीड़ सड़कों पर निकल पड़ी। कुछ क्षेत्रों में दुकानें भी खुल गई। जिसके बाद कर्फ्यू का पालन कराने के लिए एडीएम सिटी और मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस अधिकारी सड़कों पर निकले और सख्ती से कोरोना कर्फ्यू का पालन कराया। रविवार को भी जनता कर्फ्यू को नजर आई, इसीलिए कई स्‍थानों पर पुलिस को सख्‍ती दिखाई पड़ी।

60 घंटे का साप्ताहिक कर्फ्यू

कोरोना कर्फ्यू खत्म होने के बाद अब रोजाना शाम सात से सुबह सात बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू है। इसके साथ ही शुक्रवार शाम सात बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक 60 घंटे का साप्ताहिक कर्फ्यू लागू है। आज इस साप्ताहिक कर्फ्यू का पहला दिन था। शहर के तमाम इलाकों में लोग रोजाना की भांति सुबह होते ही सड़कों पर निकल पड़े। घंटाघर, बेगमपुल, हापुड़ अड्डा, लिसाड़ी गेट, भूमिया का पुल समेत तमाम इलाकों में लोगों की भीड़ तथा सड़कों पर वाहनों की भारी आवाजाही होने लगी। कोरोना कर्फ्यू का पालन न होने की सूचना पर कमिश्नर और जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। जिसके बाद एडीएम सिटी अजय तिवारी और एसपी सिटी ने मोर्चा संभाला।

पुलिस करेगी और सख्‍ती

उन्होंने सभी मजिस्ट्रेटों को भी अपने अपने क्षेत्रों में पुलिस अफसरों के साथ निकलकर कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया। अफसरों और पुलिस फोर्स ने सभी भीड़ वाले स्थानों पर पहुंचकर चेकिंग और सख्ती करनी शुरू की तो लोग घरों में वापस पहुंचे। एडीएम सिटी ने बताया कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। लिहाजा साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू जनता को संक्रमण से बचाने के लिए ही लागू किया गया है। लोग इसका स्वेच्छा से पालन करें। अन्यथा प्रशासन और पुलिस को सख्ती करनी होगी।

बाजारों की साप्ताहिक बंदी अलग, कोरोना कर्फ्यू अलग

एडीएम सिटी अजय तिवारी ने सोमवार की बाजारों की साप्ताहिक बंदी को समाप्त करने की व्यापारियों की मांग पर कहा कि बाजारों की साप्ताहिक बंदी और कोरोना कफ्र्यू दोनों अलग अलग व्यवस्थाएं हैं। दो दिन का साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू शासन का आदेश है। जबकि बाजारों में सप्ताह में एक दिन का अवकाश श्रम कानून 1881 के तहत लागू व्यवस्था है। जो श्रम विभाग द्वारा लागू की गई है। कोरोना की दूसरी लहर के आने से पहले बाजारों में साप्ताहिक बंदी का दिन अलग अलग था। जिसे दोनों व्यापारी संगठनों की संयुक्त सहमति के बाद पूरे जनपद में एक दिन सोमवार के लिए निर्धारित किया गया था। बाजारों में साप्ताहिक बंदी की व्यवस्था कोरोना कर्फ्यू के खत्म होने के बाद स्वत: ही लागू हो गई है।

साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू में पाबंदी और छूट

- राशन की दुकानें बंद रहेंगी। केवल फल और सब्जी की दुकानें सुबह 8 से 11 बजे तक खोली जा सकेंगी।

- दूध की दुकानें और दूध की होम डिलीवरी सुबह 7 से 10 बजे तक और शाम को 5 से 7 बजे तक अनुमन्य है।

- रेस्टोरेंट से केवल होम डिलीवरी की अनुमति होगी।

- गेहूं क्रय केंद्र, सरकारी सस्ता गल्ला की दुकानें, खाद, बीज तथा कृषि उपकरणों की दुकानें खुलेंगी।

- कोरोना के अभियान से जुटे फ्रंटलाइन सरकारी विभागों में पूर्ण उपस्थिति रहेगी। अन्य विभागों में आधी क्षमता से कर्मचारी उपस्थित होंगे।

chat bot
आपका साथी