Control On Corona: देखें डेढ़ महीने में किस तरह गिरा वायरस का ग्राफ, इतने रह गए मरीज Meerut News

कोरोनाकाल के बीच मेरठवासियों के लिए यह एक राहत देने वाली खबर है। यहां मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या और मौतों का आंकड़ा एक चौथाई रह गया है। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने रिपोर्ट शासन को भेजकर स्थिति काबू में रहने की बात कही है।

By Prem BhattEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 09:00 AM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 09:05 AM (IST)
Control On Corona: देखें डेढ़ महीने में किस तरह गिरा वायरस का ग्राफ, इतने रह गए मरीज  Meerut News
यह सुकून देने वाली बात है कि मेरठ में कोरानावायरस पर नियंत्रण रखा जा रहा है।

मेरठ, जेएनएन। मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में सितंबर में हाहाकार मच गया था। उस समय सप्ताहभर में 153 नए मरीज भर्ती हुए और 46 की जान चली गई। लेकिन डेढ़ माह बाद अब स्थिति पर नियंत्रण होता नजर आने लगा है। कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या और मौतों का आंकड़ा एक चौथाई रह गया है। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने रिपोर्ट शासन को भेजकर स्थिति काबू में रहने की बात कही है।

ऐसे पाया काबू

कोविड वार्ड प्रभारी डा. सुधीर राठी ने बताया कि मेडिकल कालेज में 27 अक्टूबर तक 2021 मरीज भर्ती किए गए, जिनमें 453 की मौत हुई है। पहली बार जून में और फिर सितंबर में अचानक मरीजों की संख्या बढ़ गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांचवीं बार शासन की टीम को मेरठ भेजा, जिसका फोकस विशेष रूप से मेडिकल कालेज पर रहा। हर मरीज की हिस्ट्री बनाई गई। कोमाॢबड मरीजों के बायोमार्कर की नियमित रूप से जाचें की गईं। पता चला की निजी अस्पतालों की ओर से देर से मरीजों को मेडिकल कालेज रेफर किया जा रहा था। इस दौरान सितंबर के तीसरे सप्ताह से आंकड़ा गिरने लगा। 21 से 27 अक्टूबर के बीच सिर्फ 11 मरीजों की मौत हुई, जबकि 9-15 सितंबर के दौरान 46 ने जान गंवाई।

सुकून देने वाले आंकड़े

सप्ताह नए भर्ती मरीज मौतें

9-15 सितंबर 152 46

16-22 सितंबर 133 44

23-29 सितंबर 153 23

30 सि.-6 अक्टूबर 84 31

7-13 अक्टूबर 65 12

14-20 अक्टूबर 88 17

21-27अक्टूबर 42 11

इनका कहना है

एक माह में भर्ती मरीजों का आंकड़ा 153 से घटकर 42 हुआ, वहीं मौतों का ग्राफ 30-40 से घटकर 11 रह गया है। वरिष्ठों के मार्गदर्शन में चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की मेहनत रंग लाई है। एल-3 केंद्र होने की वजह से बेहद गंभीर मरीज आ रहे हैं, अन्यथा मौत की दर पर और नियंत्रण मिल सकता है।

- डा. तरुण पाल, चिकित्साधीक्षक एवं न्यूरोसाइकेट्रिस्ट, कोविड वार्ड

chat bot
आपका साथी