कांग्रेस का कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन, मुकदमे वापसी की मांग
जिला व महानगर कांग्रेस कमेटी कार्यकर्ताओ ने मंगलवार को संयुक्त रूप से कलक्ट्र
मेरठ, जेएनएन। जिला व महानगर कांग्रेस कमेटी कार्यकर्ताओ ने मंगलवार को संयुक्त रूप से कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रतापगढ़ के सांगीपुर में 25 सितंबर को गरीब कल्याण मेले में शामिल होने गईं कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा, पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी व उनके समर्थकों के ऊपर मुकदमे को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने पार्टी नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की। कहा कि प्रशासन व सरकार झूठे मुकदमे लगाने का काम कर रही है।
प्रदर्शनकारी कांग्रेसियों ने कहा कि प्रदेश सरकार लोकतंत्र का ढांचा ध्वस्त कर रही है। विपक्ष की लोकतांत्रिक आवाज को शासन प्रशासन दबा रहा है। सरकार मुकदमे लगाकर भूख, भय, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई, महिला व बाल उत्पीड़न, दलितों पर अत्याचार और किसानों के मुद्दों को उठाने देना नहीं चाहती। धरना-प्रदर्शन के दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष अवनीश काजला, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष जाहिद अंसारी, महानगर प्रवक्ता अखिल कौशिक, योगी जाटव, हरीकिशन अम्बेडकर, विनोद मोघा, कृष्ण कुमार शर्मा, आदित्य शर्मा समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
सम्मेलन से रालोद ने दिया भाईचारे का संदेश: एमके फार्म हाउस में मंगलवार को रालोद के भाईचारा सम्मेलन का आयोजन हुआ। सम्मेलन में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी रहे।
त्रिलोक त्यागी ने भाईचारा सम्मेलन को राष्ट्रीय एकता का स्वरूप बताया। पूर्व जिला अध्यक्ष राहुल देव ने कहा कि इस तरह के आयोजन से लोगों के बीच की दूरियां खत्म होती हैं। राममेहर सिंह गुर्जर ने केंद्र व भाजपा सरकारी की नीतियों को जनविरोधी बताया। प्रदेश मीडिया संयोजक सुनील रोहटा ने भी विचार रखे। कर्नल ब्रह्मपाल तोमर ने कहा कि सरकार सैनिकों को अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है। पूर्व एमएलसी राजकुमार त्यागी, कोओपरेटिव बैंक पूर्व चेयरमैन चौधरी बलराज सिंह, प्रदेश सचिव मनोज गुर्जर, प्रदेश सचिव रमा नागर, महासचिव कमलजीत सिंह गुर्जर, सचिन, असफाक खां, राष्ट्रीय अध्यक्ष छात्रसभा राजीव बालियान, भूरा व आतिर मौजूद रहे। अध्यक्षता मतलूब गौड़ ने की।
वहीं, कार्यकर्ताओें की भीड़ के चलते सरधना-बिनौली मार्ग पर जाम रहा। हालांकि, बस स्टैंड चौकी पर को यातायात नियंत्रण करने में मुश्किल का सामना करना पड़ा।