पंचायत सहायकों की नियुक्ति पर रोक से बढ़ी उलझन

जनपद की ग्राम पंचायतों में स्थित पंचायत घरों को मिनी सचिवालय के रूप में विकसित किय

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 08:16 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 08:16 AM (IST)
पंचायत सहायकों की नियुक्ति पर रोक से बढ़ी उलझन
पंचायत सहायकों की नियुक्ति पर रोक से बढ़ी उलझन

मेरठ,जेएनएन। जनपद की ग्राम पंचायतों में स्थित पंचायत घरों को मिनी सचिवालय के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहा कामकाज करने के लिए पंचायत सहायकों की भर्ती की जा रही है। पंचायत सहायकों की भर्ती की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। लेकिन इस बीच हाईकोर्ट में दायर की गई एक याचिका के बाद नियुक्ति पर रोक लगा दी गई है। उधर, पंचायत सहायक बनने के लिए त्याग पत्र देने वाले ग्राम पंचायत सदस्य उलझन का शिकार हो गए हैं।

जनपद की 479 ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायकों की नियुक्ति होनी है। जिला पंचायत राज विभाग ने पंचायत सदस्यों की चयन प्रक्रिया पूर्ण कर ली है और एक-दो दिन में पंचायत सहायकों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए जाने थे। पंचायत सहायक बनने के लिए 20 से अधिक ग्राम पंचायत सदस्यों ने अपना इस्तीफा जिला पंचायत राज विभाग को सौंप दिया था। इसमें से 13 ग्राम पंचायत सदस्यों का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया गया। ये सदस्य विभाग कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। डीपीआरओ रेनू श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल हाईकोर्ट के आदेश पर पंचायत सहायकों की नियुक्ति रोक दी गई है।

आठवीं बार जिलाध्यक्ष बने विष्णु दत्त पाराशर : उप्र उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश पदाधिकारियों ने विष्णु दत्त पाराशर को आठवीं बार मेरठ का जिलाध्यक्ष बनाया है। संगठन के प्रदेशाध्यक्ष मुकुंद मिश्रा व प्रदेश महामंत्री दिलीप सेठ और राजेंद्र गुप्ता ने यह जिम्मेदारी सौंपी है। इसके साथ ही विनोद त्यागी को जिला महामंत्री बनाया गया है। विष्णु दत्त पाराशर ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उस पर वह हमेशा निष्ठा व लगन से व्यापारी हितों में संघर्ष करते रहेंगे। अरविद गुप्ता मारवाड़ी, कुलदीप शर्मा, राजकुमार मदान, अनिल पुरोहित, धनपाल, नीरज गुप्ता, सत्यप्रकाश माहेश्वरी व विनय जैन ने बधाई दी।

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