CM Yogi Visit Meerut: मुख्‍यमंत्री का सख्‍त रुख, बोले-सील कर दें मनमानी करने वाले अस्पतालों को

मेरठ में सीएम योगी ने अधिकारियों से साफ कहा कि गड़बड़ी करने वाले अस्पतालों को सील कर दें। उनकी सिफारिश में कोई व्यक्ति दबाव डाले तो शासन के संज्ञान में लाएं। निजी अस्पताल तय नियमों के तहत ही संचालित किए जा सकेंगे।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 11:20 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 11:20 PM (IST)
CM Yogi Visit Meerut: मुख्‍यमंत्री का सख्‍त रुख, बोले-सील कर दें मनमानी करने वाले अस्पतालों को
सीएम योगी ने समीक्षा बैठक में अफसरों को सख्‍त हिदायत दीं।

मेरठ, जेएनएन। कोरोना महामारी के दौरान निजी अस्पतालों के प्रति बढ़ती शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री योगी नाराज दिखे। उन्होंने अधिकारियों से साफ कहा कि गड़बड़ी करने वाले अस्पतालों को सील कर दें। उनकी सिफारिश में कोई व्यक्ति दबाव डाले तो शासन के संज्ञान में लाएं। निजी अस्पताल तय नियमों के तहत ही संचालित किए जा सकेंगे। योगी आदित्यनाथ ने रविवार के दौरे में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार पर खास फोकस किया। जिला प्रशासन एवं मेडिकल कालेज प्रशासन से पूरी रिपोर्ट तलब की, साथ ही सभी कोविड केंद्रों का रिपोर्ट कार्ड मांगा।

शिकायतें प्रदेश सरकार तक

गत दिनों मेरठ के निजी अस्पतालों की शिकायतें प्रदेश सरकार तक पहुंची थीं। अस्पतालों पर ज्यादा चार्ज वसूलने, बेड रहने के बावजूद मरीजों को भर्ती न करने, पोर्टल पर मौतों का आंकड़ा न चढ़ाने एवं आक्सीजन सिलेंडरों की जमाखोरी के आरोप लगे थे। मंडलायुक्त के निर्देश पर जांच हुई थी तो पता चला कि एक हजार से ज्यादा बेडों पर मरीज बेवजह भर्ती किए गए थे। मेरठ में भी दो अस्पतालों में कोविड इलाज पर रोक लगा दी गई। अधिकारियों द्वारा शासन को भेजी रिपोर्ट में बताया गया था कि जहां दसो अस्पतालों के स्टाफ रेमडेसिविर की कालाबाजारी में संलिप्त मिले थे, वहीं निजी कोविड अस्पताल तीन से पांच लाख रुपये का पैकेज लेकर मरीज भर्ती कर रहे थे। सीएम योगी ने साफ कर दिया कि महामारी के दौरान हर जिंदगी बेहद कीमती है, और उसे बचाने में कोई भी लापरवाही करने वालों पर कड़ी कारवाई होगी।

वीडियो वायरल हो तो तत्काल संज्ञान लें अधिकारी

सीएम ने कहा कि कई बार अस्पतालों में इलाज ले रहे मरीजों व स्वजन की ओर से आडियो-वीडियो वायरल कर गुहार लगाई जाती है। वो दर्द या मुसीबत की स्थिति में ऐसा करते हैं, इसलिए उनकी मदद की जानी चाहिए। मेडिकल कालेज हो या निजी अस्पताल, मरीजों के परिजनों तक सूचना देने की पारदर्शी व्यवस्था अपनाएं। गत दिनों मेरठ में कोविड मरीजों से जुड़े कई आडियो-वीडियो चर्चा में रहे थे।

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