क्लर्क के बाद डिप्टी जेलर, अब डीआइओएस बनीं लता
धैर्य और आत्मविश्वास के साथ लगातार मेहनत की जाए तो निश्चित ही सफलता कदम चूमती है।
मेरठ,जेएनएन। धैर्य और आत्मविश्वास के साथ लगातार मेहनत की जाए तो निश्चित ही सफलता कदम चूमती है। मेरठ की श्रद्धापुरी की रहने वाली लता राठौड़ की सफलता उन लोगों के लिए प्रेरणादायक है, जो संसाधनों का रोना रोते रहते हैं। लता पहले पोस्ट आफिस में कलर्क थीं, फिर वर्ष 2019 में पीसीएस परीक्षा पास कर डिप्टी जेलर बनीं और अब 2020 पीसीएस की परीक्षा में सफल हुई हैं और जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) बनेंगी।
लता ने 12वीं तक रेगुलर पढ़ाई की। फिर पोस्ट आफिस में कलर्क बन गई। पोस्ट आफिस की नौकरी करते हुए उन्होंने दूरस्थ शिक्षा से बीए की। फिर प्राइवेट एमए की पढ़ाई पूरी की। वर्ष 2015 में एक महीने तक अमात्य कोचिग भी ज्वाइन किया, लेकिन नौकरी की वजह से कोचिग छोड़कर घर पर ही पूरी तैयारी की। नौकरी करते हुए जब भी सप्ताह में छुट्टी मिलती थी, वह लगातार पढ़ती रहीं। शनिवार और रविवार उनकी पढ़ाई का दिन रहता था। लता का कहना है कि अगर हम नियमित तैयारी करें तो पीसीएस में सफल हो सकते हैं। अगर बीच में तैयारी छूट भी जाती है तो भी दोबारा से अपनी पढ़ाई को जारी रखने की कोशिश करते रहना चाहिए। बताया कि अभी वह पोस्ट आफिस की नौकरी कर रहीं हैं, आगे वह डीआइओएस का पद ही ज्वाइन करेंगी।
यूपी बोर्ड के हर परीक्षा केंद्र पर अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक: यूपी बोर्ड परीक्षा 2021 में जिले के कुल 116 परीक्षा केंद्र पर एक-एक अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक नियुक्त किए गए हैं। परीक्षा केंद्र पर हर कक्ष में वायस रिकार्डर सहित सीसीटीवी सहित सभी इंतजाम होंगे। परीक्षा का पेपर केंद्र व्यवस्थापक, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक सहित अन्य शिक्षकों की उपस्थिति में वायस रिकार्डर वाले सीसीटीवी के सामने खोला जाएगा।
लखनऊ में भी दिखेगा लिक
हर परीक्षा केंद्र के सीसीटीवी को राउटर से जोड़ा जा रहा है। इनके लिक के जरिए लखनऊ में स्थित यूपी बोर्ड के कंट्रोल रूम से भी देखा जा सकेगा। पिछले साल की बोर्ड परीक्षा के दौरान भी परीक्षा कक्ष में कुछ भी सामान बेकार में पड़े होने, किसी शिक्षक के बच्चों के पास खड़े होने, अज्ञात लोगों के कक्ष में प्रवेश करने आदि को लेकर सीधे लखनऊ से फोन आए थे और व्यवस्था को दुरस्त करने को कहा गया था। पिछले साल जिले का कंट्रोल रूम जीआइसी मेरठ में बनाया गया था जबकि इस बार डीआइओएस कार्यालय में ही बनाया जाएगा।
जिले में 87,732 परीक्षार्थी
जिले में कुल 87,732 परीक्षार्थी साल 2020 की बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकृत हैं। इनमें हाईस्कूल में 45,139 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट में 42,593 परीक्षार्थी हैं। शारीरिक दूरी के पालन के हिसाब से परीक्षा कक्ष में छात्र-छात्राएं बैठेंगे। परीक्षा के दौरान मातृत्व एवं चिकित्सा अवकाश छोड़कर कोई भी दीर्घ अवकाश नहीं मिलेगा।