चीन को भ्रम है कि पूरी जमीन उसकी है : मेजर जनरल बक्शी

मेजर जनरल बक्शी ने कहा कि चीन मिडिल किंगडम सिंड्रोम से ग्रसित है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 07:15 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 07:15 AM (IST)
चीन को भ्रम है कि पूरी जमीन उसकी है : मेजर जनरल बक्शी
चीन को भ्रम है कि पूरी जमीन उसकी है : मेजर जनरल बक्शी

मेरठ,जेएनएन। मनोहर पर्रीकर इंस्टीट्यूट आफ डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस के डिप्टी डायरेक्टर जनरल रि. मेजर जनरल बिपिन बक्शी ने कहा कि चीन 'मिडिल किंगडम सिंड्रोम' से ग्रसित है। इसका अर्थ है, हमारे नीचे नरक है और ऊपर स्वर्ग है और हमारे आस-पास के लोग असभ्य हैं। चीन को लगता है कि उसके आस-पास की हर जमीन पर उसका अधिकार है और वह उस पर नियंत्रण कर सकता है। मेजर जनरल बक्शी ने कहा कि अब वक्त बदल रहा है और भारत की स्थिति लगातार विश्व में मजबूत हो रही है।

बंटवारे का कोई आधार नहीं था

मेरठ कालेज के रक्षा अध्ययन विभाग में 'कश्मीर समस्या और भारत पाकिस्तान संबंध' विषय पर आयोजित दो दिवसीय सेमिनार में शनिवार को मेजर जनरल बक्शी ने कहा कि पाकिस्तान का मानना है कि भारत ने उससे बांग्लादेश छीना इसलिए वह भारत से कश्मीर छीनेगा। भारत-पाकिस्तान के बीच बंटवारे की रेखा जल्दबाजी में खींची गई थी। इसका दोनों देशों के राजनैतिक व सामाजिक सरोकारों से कुछ भी लेना-देना नहीं है। भारत का विभाजन अंग्रेजों द्वारा थोपा गया था जो अव्यावहारिक व अप्राकृतिक था। हर बार भारत को दोस्ती के जवाब में धोखा ही मिला है क्योंकि पाकिस्तान खुद को भारतीय उपमहाद्वीप का मानता ही नहीं है।

पाकिस्तान भी युद्ध नहीं चाहता

मेजर जनरल बक्शी ने कहा कि महज 75 साल पुराने देश के पास अपनी कोई संस्कृति या सभ्यता नहीं है। उसके मूल में भारत विरोध है। लेकिन कश्मीर समस्या का समाधान युद्ध नहीं है। पाकिस्तान भी युद्ध नहीं चाहता है। वह अपने 'हजारों घाव' देने के सिद्धांत पर छोटे-छोटे हमलों से परेशान करता रहना चाहता है। उसका मानना है कि भारत एक दिन परेशान होकर उसे कश्मीर दे देगा, जबकि ऐसा कभी नहीं होगा। एक ताकतवर देश की तरह हमें भी ताकतवर सेना तैयार रखनी चाहिए। दुनिया को दिखाएं कि हमारा हथियार मजबूत है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में बदली स्थिति का जम्मू-कश्मीर पर कोई विशेष असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में खुद की सामुदायिक और क्षेत्रीय समस्याएं अधिक हैं। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि कृषि विवि के कुलपति प्रो. आरके मित्तल रहे। मेरठ कालेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष सुरेशचंद्र जैन रितुराज, प्राचार्य डा. युद्धवीर सिंह मौजूद रहे। कन्वीनर डा. संजय कुमार ने विषय से परिचित कराया।

भारत की तटीय सुरक्षा पर किताब विमोचित

मेरठ : मेरठ कालेज के रक्षा अध्ययन विभाग में आयोजित दो दिनी राष्ट्रीय सेमिनार के पहले दिन शनिवार को 'भारत की तटीय सुरक्षा: संभावना और सीख' नामक शोध पुस्तक का विमोचन भी किया गया। यह किताब रक्षा अध्ययन विभाग के कन्वीनर डा. संजय कुमार ने लिखी है। यह शोध पुस्तक छह अध्यायों में विभाजित है। पहला अध्याय तटीय सुरक्षा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित है। दूसरे अध्याय में 9-11 मुंबई हमले के बाद भारत ने व्यापक स्तर पर क्या सीखा और तटीय सुरक्षा को कैसे मजबूत बनाया है। तीसरे अध्याय में तटीय सुरक्षा को समझने का प्रयास है और भारत की तटीय सुरक्षा की आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला गया है। चौथे अध्याय में भारत की तटीय सुरक्षा चुनौतियां किस प्रकार की होंगी। विज्ञान एवं तकनीकी विकास ने किस तरह सुरक्षा चुनौती को जटिल और चुनौतीपूर्ण बना दिया है। पांचवें अध्याय में भारत सरकार ने तटीय सुरक्षा के किन-किन तकनीकी उपकरणों व सुरक्षा बल का गठन किया है, इसकी जानकारी दी गई है।

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