मेरठ: बच्‍चों को जरूर दें शौचालय इस्‍तेमाल करने की सीख

शौचालय के प्रयोग की सीख बच्चों को देना बहुत जरूरी है क्‍योंकि बचपन में मिली सीख जीवनभर उसके साथ चलती है। साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य पर गंदगी से होने वाले रोगों का प्रभाव अधिक तेजी से होता है। इस कारण अभिभावकों को और अधिक जागरूक होना चाहिए।

By PREM DUTT BHATTEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 01:08 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 01:08 PM (IST)
मेरठ: बच्‍चों को जरूर दें शौचालय इस्‍तेमाल करने की सीख
बच्‍चों को शौचालय के प्रयोग की सीख देना जरूरी है

मेरठ, जेएनएन। स्वच्छता और शौचालय के प्रयोग के महत्व को लेकर विकास भवन सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में अधिकारियों के साथ विशेषज्ञों ने भी अपने बात रखी और बच्चों के लिए शौचालय के प्रयोग के महत्व पर चर्चा की। साथ ही गांव-गांव में बनाए जा रहे सामुदायिक शौचालयों के रखरखाव को लेकर मंथन किया गया।

विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में सीडीओ शशांक चौधरी ने कहा कि सरकार का पूरा जोर स्वच्छता पर है। इसी कारण गांव-गांव बड़ी संख्या में शौचालयों को निर्माण कराया गया है। अब सामुदायिक शौचालयों का निर्माण भी कराया जा रहा है। जिसके रखरखाव की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों को दी जा रही है। साथ ही इन शौचालय को ग्राम पंचायत के माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूह को भी दिया गया है। सीडीओ ने कहा कि शौचालय के प्रयोग की सीख बच्चों को देनी सबसे अधिक जरूरी है, क्योंकि वह बचपन में जो सीखता है, वहीं जीवन भर उसके साथ चलता है। साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य पर गंदगी से होने वाले रोगों का प्रभाव अधिक तेजी से होता है। इस कारण अभिभावकों को और अधिक जागरूक होना चाहिए। बैठक में मौजूद डीपीआरओ आलोक सिन्हा ने जनपद में बनाए गए शौचालयों की स्थिति के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई। साथ ही बनाए जा रहे सामुदायिक शौचालयों के संबंध में भी बताया। बैठक में सामुदायिक शौचालयों के रखरखाव के लिए खर्च होने वाले बजट की उपलब्धता को लेकर भी मंथन किया गया।

chat bot
आपका साथी