भड़रिया नवमी आज: 20 को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास की शुरुआत, 13 नवंबर तक रहेगी शुभ कार्यो पर रोक

शुक्ल पक्ष की नवमी इस बार रविवार 18 जुलाई को पड़ रही है। 20 जुलाई को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास की शुरुआत होने से सभी मांगलिक कार्यो पर रोक लग जाएगी। शुभ कार्यो की शुरुआत 14 नवंबर को देव उठान एकादशी से होगी।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 11:55 AM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 11:55 AM (IST)
भड़रिया नवमी आज: 20 को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास की शुरुआत, 13 नवंबर तक रहेगी शुभ कार्यो पर रोक
शुक्‍ल पक्ष की भडारियां नवमी आज है।

जागरण संवाददाता, मेरठ : हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भड़रिया या भड़ली नवमी भी कहा जाता है। यह इस बार रविवार 18 जुलाई को पड़ रही है। वर्ष भर में आने वाले कई शुभ मुहूर्त में से यह भी शादी विवाह, सगाई, गृह प्रवेश, व्यापार आरंभ करने और वाहन खरीदारी के लिए स्वयं सिद्ध मुहूर्त है। इसलिए इस दिन किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य के लिए पंचांग शुद्धि की आवश्यकता नहीं होती है। इसे अबूझ मुहूर्त भी माना जाता है। 20 जुलाई को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास की शुरुआत होने से सभी मांगलिक कार्यो पर रोक लग जाएगी। शुभ कार्यो की शुरुआत 14 नवंबर को देव उठान एकादशी से होगी।

पूरे दिन रहेगा रवि योग : सूरजकुंड स्थित बाबा मनोहरनाथ मंदिर की महामंडलेश्वर नीलिमानंद महाराज का कहना है कि पंचांग के अनुसार भड़रिया नवमी पर पूरे दिन रवि योग बना रहेगा। इसके बाद साध्य योग देर रात 1.57 बजे तक रहेगा। इसलिए इस दिन सभी मांगलिक कार्य किए जाएंगे। जुलाई में शादी के लिए यह अंतिम अबूझ मुहूर्त है।

आज तुला राशि में गोचर करेगा चंद्रमा

ज्योतिषाचार्य विभोर इंदुसुत का कहना है कि इस बार भड़रिया नवमी पर चंद्रमा तुला राशि में जो शुक्र की राशि है, गोचर करेंगे। शुक्र को भौतिक सुख संसाधन और वैवाहिक जीवन का कारक ग्रह माना जाता है। इसलिए इस दिन वाहन, वस्त्र, सजावटी सामान, ज्वेलरी, सुगंधित पदार्थ और वाहन की खरीदारी करना भी शुभ रहेगा। लेकिन शाम 4:30 से 6 बजे के बीच राहुकाल रहेगा इसलिए इस दौरान खरीदारी से बचना चाहिए। 

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