मेरठ में दो बच्चों के सिर से उठा मां का साया, तीन अस्‍पताल बदलने के बाद भी नहीं बच सकी जान Meerut News

कोरोना से मचा हाहाकार थमने का नाम नहीं ले रहा है। अदृश्य संक्रमण अभी तक कई परिवारों को तबाह कर चुका है। वर्तमान में कई परिवार हास्पिटलों में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। श्मशान घाट में पत्नी तो कोई नम आंखों से पति को अंतिम विदाई दे रहा है।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 02:10 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 02:10 PM (IST)
मेरठ में दो बच्चों के सिर से उठा मां का साया, तीन अस्‍पताल बदलने के बाद भी नहीं बच सकी जान Meerut News
मेरठ में तीन अस्‍पतालों के बदलने के बाद भी महिला की मौत।

मेरठ, जेएनएन। कोरोना से मचा हाहाकार थमने का नाम नहीं ले रहा है। अदृश्य संक्रमण अभी तक कई परिवारों को तबाह कर चुका है। वर्तमान में कई परिवार हास्पिटलों में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। श्मशान घाट में पत्नी तो कोई नम आंखों से पति को अंतिम विदाई दे रहा है। अपनों के चले जाने का दर्द केवल अपने ही जानते हैं। शहर के तीन-तीन हास्पिटलों में धक्के खाने के बाद भी मर्चेट नेवी के अफसर पत्नी को नहीं बचा सके। वहीं, एक परिवार में दंपती के पाजिटिव मिलने पर बड़े भाई को मुखाग्नि देने देहरादून से छोटे भाई को बुलाया गया।

मेरे दो छोटे बच्चों को मां का प्यार कौन देगा: रुड़की रोड स्थित न्यू फ्रेंड कालोनी निवासी रोहित गोयल मर्चेट नेवी में आफिसर हैं। उनकी पत्नी शिवांगी व बेटी गौरवी और बेटा यथार्थ कालोनी में ही रहते हैं। कुछ दिन पहले शिवांगी को हल्की खांसी आई थी। उन्होंने फेज-दो स्थित एक चिकित्सक से शिवांगी का उपचार कराया। आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्होंने घर पर ही पत्नी का उपचार शुरूकर दिया था। तीन दिन पहले अचानक विवाहिता का आक्सीजन स्तर तेजी से कम हुआ। वह दो बार चिकित्सक के क्लीनिक पर भी गए। लेकिन चिकित्सक नहीं मिले। किसी तरह रोहित एंबुलेंस से पत्नी को लेकर बागपत रोड स्थित गणपति हास्पिटल पहुंचे। वहां महिला को भर्ती करने से मना कर दिया। हताश होकर वह सिरोही हास्पिटल पहुंचे। लेकिन वहां भी विवाहिता को भर्ती नहीं किया गया। किसी तरह से रोहित ने केएमसी हास्पिटल में शिवांगी को भर्ती कराया। तमाम प्रयास के बावजूद एक बेबस पति अपनी अर्धागिनी को नहीं बचा सके। नम आखों से अंतिम संस्कार के बाद रोहित को बच्चों की चिंता सताने लगी।

वीडियो काल पर देखा पति का अंतिम संस्कार

मेडिकल क्षेत्र के जागृति विहार निवासी दीपक कुमार के मुताबिक उनके पड़ोस में अंबा गौड़ पत्नी नवीन गौड़ रहती हैं। मूल रूप से नवीन हरिद्वार से थे। कुछ दिन पहले दंपती की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आ गई थी। दंपती को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। नवीन की हालत बिगड़ने पर उन्हें साकेत स्थित धन्वंतिर हास्पिटल रेफर कर दिया। गुरुवार देर रात आक्सीजन स्तर कम होने से नवीन की मृत्यु हो गई। पत्नी अंबा के पाजिटिव होने से अंतिम समय में मुखाग्नि नवीन के छोटे भाई काशी को हरिद्वार से बुलाया गया। महिला ने वीडियो काल पर ही पति के अंतिम संस्कार की क्रिया को नम आंखों से देखा। 

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