एनजीटी की ओवरसाइट कमेटी के चेयरमैन ने देखी कूड़ा निस्तारण प्रक्रिया
एनजीटी ओवरसाइट कमेटी उप्र के चेयरमैन जस्टिस एसवीएस राठौर गुरुवार को मेर
मेरठ,जेएनएन। एनजीटी ओवरसाइट कमेटी उप्र के चेयरमैन जस्टिस एसवीएस राठौर गुरुवार को मेरठ पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण की व्यवस्था परखी। इसके बाद गांवड़ी और लोहिया नगर में कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया देखी। इस दौरान नगर आयुक्त मनीष बंसल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
जस्टिस एसवीएस राठौर अपराह्न तीन बजे गांवड़ी पहुंचे। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों के साथ सबसे पहले काली नदी किनारे विकसित की गई ग्रीन बेल्ट देखी। काली नदी से 120 मीटर की दूरी तक कूड़ा निस्तारण प्लांट का पुराना कचरा नहीं नजर आया। जिससे वह निगम की व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए। इसके बाद वह बैलेस्टिक सेपरेटर प्लांट की तरफ गए। यहां पर पुराना कचरा और आरडीएफ के ढेर लगे थे। नगर आयुक्त ने बताया कि पुराना कचरा लगभग समाप्ति की ओर है। आरडीएफ का उठान कंपनियों के द्वारा किया जा रहा है। सात कंपनियों से निगम ने अनुबंध कर रखा है। गांवड़ी में फ्रेश कचरे का नया प्लांट लगाने की तैयारी भी चल रही है। कार्ययोजना जल्द शासन को बनाकर भेजी जाएगी। ओवरसाइट कमेटी के चेयरमैन यहां के फोटो और रिपोर्ट लेने के बाद निगम अधिकारियों के साथ लोहिया नगर प्लांट पहुंचे। नगर आयुक्त ने बताया कि 30 टन प्रति घंटे क्षमता का बैलेस्टिक सेपरेटर प्लांट लगाया है। 24 घंटे संचालन कर 600 मीट्रिक टन कचरे की छंटाई कर कंपोस्ट, आरडीएफ और ईंट-पत्थर अलग-अलग कर सकते हैं। बारिश के चलते अभी एक शिफ्ट ही चला रहे हैं। ओवरसाइट कमेटी के चेयरमैन ने यहां के फोटो और रिपोर्ट लेने के बाद कहा कि आरडीएफ का उठान भी तेजी के साथ सुनिश्चित किया जाए। इससे पहले ओवरसाइट कमेटी के चेयरमैन ने बायोमेडिकल वेस्ट प्लांट का निरीक्षण किया। सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण और कलेक्शन की पूरी रिपोर्ट ली।