नई शिक्षा नीति में हर साल छात्राओं को मिलेगा सर्टिफिकेट, कोर्स पूरा करने को मिलेगा ये विकल्‍प

नई शिक्षा नीति के तहत इस बार स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को हर साल सर्टिफिकेट मिलेगा किसी कारणवश अगर वह तीन वर्ष का पाठ्यक्रम नहीं पूरी कर पाते हैं तो भी क्रेडिट सिस्टम में उनके पास आगे भी कोर्स पूरा करने का विकल्प मिलेगा।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 03:09 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 03:09 PM (IST)
नई शिक्षा नीति में हर साल छात्राओं को मिलेगा सर्टिफिकेट, कोर्स पूरा करने को मिलेगा ये विकल्‍प
नई शिक्षा नीति में हर साल छात्राओं को मिलेगा सर्टिफिकेट।

मेरठ, जेएनएन। नई शिक्षा नीति की शुरुआत हो चुकी है। इस बार स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को हर साल सर्टिफिकेट मिलेगा किसी कारणवश अगर वह तीन वर्ष का पाठ्यक्रम नहीं पूरी कर पाते हैं तो भी क्रेडिट सिस्टम में उनके पास आगे भी कोर्स पूरा करने का विकल्प मिलेगा।

मंगलवार को नई शिक्षा नीति में हुए बदलाव को लेकर रघुनाथ गर्ल्स पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में छात्र कल्याण परिषद की ओर से आयोजित ओरिएंटेशन प्रोग्राम में यह बात बताई गई। जिसमें बीए प्रथम वर्ष की छात्राओं को नई शिक्षा नीति के अनुरूप अपनी तैयारी करने के लिए कहा गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं ने प्रतिभागी की। प्राचार्या डॉ. निवेदिता मलिक ने महाविद्यालय में प्रतिदिन आने के लिए कहा। जिससे उनकी 75 फीसद उपस्थिति पूरी रहे। अर्थशास्त्र विभाग की अध्यक्ष डॉ नीना बत्रा ने छात्राओं को मेजर माइनर विषयों के चयन में आने वाली आने दिक्कतों के विषय में समझाया। छात्राओं को स्किल डेवलपमेंट कोर्स और सह पाठयक्रम के विषय चयन की जानकारी दी। उनको अंकों के क्रेडिट सिस्टम के विषय में समझाया। इतिहास विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अपर्णा ने विषय परिवर्तन से छात्राओं को अवगत कराया। टाइम टेबल में आने वाली समस्याओं के निराकरण की जानकारी ली। छात्राओं को उन्होंने प्रेरित किया कि वह महाविद्यालय में आयोजित होने वाली सभी प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करें और अपने अंदर के हुनर को बाहर निकाले। छात्राओं ने कालेज की शिक्षिकाओं से प्रश्न भी पूछे। शिक्षिकाओं ने छात्राओं की सभी जिज्ञासा को अपने जवाब से शांत किया।

संचालन छात्र कल्याण परिषद की टीम व सचिव डा. रेणु जैन ने किया। कार्यक्रम में छात्र कल्याण समिति की सदस्य डा. पारुल सिंह, डा. कंचन पुरी, डा. नीलम सिंह, कल्पना चौधरी, शैलजा, उपासना सिंह, गीता, नम्रता सिंह और बीए को पढ़ाने वाली सभी शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं। 

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