CCSU Exam News: एक जुलाई से विवि की परीक्षा कराने की तैयारी, तीन लाख से अधिक छात्र-छात्राएं होंगे शामिल

अब अगले महीने सीसीएसयू से जुड़े कालेजों में परीक्षा कराने का कार्यक्रम है। बुधवार को विश्वविद्यालय परीक्षा कार्यक्रम तय करने को लेकर बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि एक जुलाई से परीक्षा कराई जाए। 15 अगस्त तक विश्वविद्यालय की परीक्षाएं कराई जाएंगी।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 02:30 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 02:30 PM (IST)
CCSU Exam News: एक जुलाई से विवि की परीक्षा कराने की तैयारी, तीन लाख से अधिक छात्र-छात्राएं होंगे शामिल
मेरठ में महाविद्यालयों में एक जुलाई से परीक्षा कराने की तैयारी शुरू हो गई है।

मेरठ, जेएनएन। CCSU Exam News चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय संबद्ध महाविद्यालयों में एक जुलाई से परीक्षा कराने की तैयारी शुरू हो गई है। इस बार स्नातक और परास्नातक में करीब तीन लाख 23 हजार छात्र-छात्राओं की परीक्षा कराई जाएगी। शासन की ओर से कोविड-19 को देखते हुए स्नातक और परास्नातक अंतिम वर्ष के छात्र छात्राओं की परीक्षा कराने के लिए कहा गया है। साथ ही पिछले साल जिन छात्रों की प्रथम वर्ष में नहीं हुई थी। ऐसे द्वितीय वर्ष के छात्र भी परीक्षा में बैठेंगे।

परीक्षा कार्यक्रम के लिए बैठक

बुधवार को विश्वविद्यालय परीक्षा कार्यक्रम तय करने को लेकर बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि एक जुलाई से परीक्षा कराई जाए। 15 अगस्त तक विश्वविद्यालय की परीक्षाएं कराई जाएंगी। विश्वविद्यालय की ओर से शासनादेश के अनुसार प्रश्न पत्रों की संख्या भी घटाई जाएगी। साथ ही बहुविकल्पी आधारित परीक्षा भी कराई जाएगी। रजिस्टार धीरेंद्र कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से 252 परीक्षा केंद्र पहले तय किए गए थे। शारीरिक दूरी रखते हुए परीक्षा कराई जाएगी। जरूरत पड़ने पर परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। एक दो दिन में परीक्षा कार्यक्रम कर दिया जाएगा।

सीसीएसयू मेरठ सबसे आगे

जुलाई 2021 से प्रदेश के विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति के तहत प्रवेश की तैयारी है। इसमें शासन की मंशा के अनुसार सीसीएसयू सबसे आगे है। विवि ने राज्य सरकार से मिले पाठ्यक्रम में दिए गए संशोधन के बाद नया पाठ्यक्रम को तैयार कर लिया है। नई शिक्षा नीति सबसे पहले स्नातक स्तर पर लागू की जा रही है। राज्य स्तर पर सभी विश्वविद्यालयों के लिए एक सामान्य पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। इसमें स्थानीय स्तर पर 30 फीसद बदलाव की अनुमति विश्वविद्यालयों को दी गई थी। सीसीएसयू में कला व विज्ञान संकाय के अधिकांश विषयों में समिति ने पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों में सीसीएसयू ने सबसे पहले इसकी पहल की है। हालांकि प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों में शिक्षक इस साल से नई शिक्षा नीति को लागू नहीं कराना चाहते हैं। कोविड को इसके लिए कारण बताया है। मेरठ में भी मूटा की ओर से इसे लेकर अनुरोध किया गया है। एक तरफ जहां कुछ शिक्षक इसे टालने के पक्ष में हैं, तो दूसरी ओर शिक्षकों का एक बड़ा वर्ग नई शिक्षा नीति को लेकर उत्साहित है।

इनका कहना है

कोविड के समय में चुनौती बढ़ी है। शिक्षा के सामने भी चुनौती है। नई शिक्षा नीति में भी पहले वाली अधिकांश चीजें पढ़ाई जानी हैं। ऐसे में जुलाई से नई शिक्षा नीति लागू करने में कोई अवरोध नहीं है। शिक्षकों के लिए यह सौभाग्य की बात है कि इस दौर में हमें एक ऐसी शिक्षा नीति को आगे बढ़ाने का मौका मिल रहा है, जो युवाओं को रोजगार लायक बनाएगी। हम शिक्षकों को इसी भावना के साथ के लिए तैयार रहना चाहिए।

- प्रो. एनके तनेजा, कुलपति, सीसीएसयू मेरठ

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