CCSU Meerut: लिखित परीक्षा से ही प्रायोगिक परीक्षा में भी मिलेंगे नंबर, छात्र-छात्राओं को मिलेगा डेढ़ घंटे का समय

मेरठ सीसीएसयू में लिखित परीक्षा के अंक के आधार पर प्रायोगिक परीक्षा में भी अंक दिए जाएंगे। मौखिक परीक्षा कराई जाएगी। इसे कालेज आनलाइन भी कर सकेंगे। विश्वविद्यालय स्नातक दूसरे वर्ष की भी परीक्षा कराएगा। विश्वविद्यालय ने जो परीक्षा कार्यक्रम बनाया है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 03:00 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 03:00 PM (IST)
CCSU Meerut: लिखित परीक्षा से ही प्रायोगिक परीक्षा में भी मिलेंगे नंबर, छात्र-छात्राओं को मिलेगा डेढ़ घंटे का समय
महाविद्यालयों में स्नातक अंतिम और परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा की तैयारी शुरू हो गई है।

मेरठ, जेएनएन। CCSU Meerut चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों में स्नातक अंतिम और परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा की तैयारी शुरू हो गई है। विश्व विद्यालय की परीक्षा 2 जुलाई से 27 अगस्त तक चलेगी। कोविड को देखते हुए इस बार भी प्रश्नों की संख्या और समय कम किया जा रहा है। छात्र- छात्राओं को डेढ़ घंटे का समय दिया जाएगा। प्रश्न भी आधे हो जाएंगे। वही, इस बार प्रायोगिक परीक्षा नहीं होगी।

आनलाइन भी करा सकेंगे कालेज

लिखित परीक्षा के अंक के आधार पर प्रायोगिक परीक्षा में भी अंक दिए जाएंगे। मौखिक परीक्षा कराई जाएगी। इसे कालेज आनलाइन भी कर सकेंगे। विश्वविद्यालय स्नातक दूसरे वर्ष की भी परीक्षा कराएगा। विश्वविद्यालय ने जो परीक्षा कार्यक्रम बनाया है। उस पर 15 जून को होने वाली परीक्षा समिति की मुहर लगनी बाकी है।

मूल्यांकन की तैयारी

विश्वविद्यालय की विषम सेमेस्टर की परीक्षा पहले हुई थी। उसकी मूल्यांकन प्रक्रिया रुकी हुई है। अब जब कालेजों में ग्रीष्मकालीन छुट्टी शुरू हो गई है। वैसे में विश्वविद्यालय मूल्यांकन की तैयारी में भी जुट गया है। ग्रीष्मकालीन छुट्टी को देखते हुए रेगुलर शिक्षक मूल्यांकन में कम आ सकते हैं। ऐसे में सेल्फ फाइनेंस कालेजों के शिक्षक लगाएं जा सकते हैं।

इंजीनियरिंग में सबसे अधिक ई-कंटेंट अपलोड

चौधरी चरण सिंह विवि और उससे संबद्ध कालेजों के शिक्षक उच्च शिक्षा की डिजिटल लाइब्रेरी पर ई-कंटेंट अपलोड कर रहे हैं। अभी तक 4308 ई-कंटेंट अपलोड किए गए हैं। इसमें सबसे अधिक योगदान इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी विषय का है। इंजीनियरिंग में 899 ई-कंटेंट अपलोड हुए हैं। 322 ई-कंटेंट अपलोड कर संस्कृत दूसरे स्थान पर है। वहीं, जंतु विज्ञान में 294, कामर्स में 287, एग्रीकल्चर में 268, राजनीति विज्ञान में 268, शिक्षा में 242, वनस्पति विज्ञान में 215, रसायन विज्ञान में 173, भौतिक विज्ञान में 168, होमसाइंस में 128, इकोनोमिक्स में 122, हिंदी में 122, मैनेजमेंट में 111, समाजशास्त्र में 109 ई-कंटेंट अपलोड किए गए हैं। सबसे कम ई-कंटेंट संगीत और मनोविज्ञान में अपलोड किए गए हैं। 

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