CCSU Meerut News: सीसीएसयू में प्री पीएचडी कोर्स में 25 सितंबर तक प्रवेश ले सकेंगे छात्र-छात्राएं

CCSU Meerut News सीसीएसयू के विभागाध्यक्ष प्रो. विकास शर्मा ने प्रवेश के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि प्री पीएचडी कोर्स वर्क में चयनित छात्र- छात्राएं 25 सितंबर को तीन बजे तक विभाग में आकर प्रवेश ले सकते हैं। इसके बाद दिक्‍कतें होंगी।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 12:15 AM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 12:15 AM (IST)
CCSU Meerut News: सीसीएसयू में प्री पीएचडी कोर्स में 25 सितंबर तक प्रवेश ले सकेंगे छात्र-छात्राएं
सीसीएसयू में प्री पीएचडी कोर्स में 25 सितंबर तक प्रवेश हो सकेंगे।

मेरठ, जागरण संवाददाता। CCSU Meerut News मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग में सत्र 2021 के प्री पीएचडी कोर्स वर्क में प्रवेश की अंतिम तिथि 25 सितंबर तक कर दी गई है। विभागाध्यक्ष प्रो. विकास शर्मा ने बताया कि प्री पीएचडी कोर्स वर्क में चयनित छात्र- छात्राएं 25 सितंबर को तीन बजे तक विभाग में आकर प्रवेश ले सकते हैं। इसके बाद किसी भी अभ्यर्थी का प्रवेश नहीं लिया जाएगा।

स्नातक में 80 हजार छात्रों के रजिस्ट्रेशन

मेरठमें स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन हो रहा है। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय और कालेजों में प्रवेश के लिए अभी तक 80 हजार अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। बीएएलएलबी में अभी रजिस्ट्रेशन नहीं शुरू हुआ है।

प्राचार्य का किया सम्मान

मेरठ में एनएएस कालेज के प्राचार्य डा. सुनील कुमार शर्मा का सम्मान किया गया। शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुनील कुमार व सचिव अजय कुमार की ओर से कार्यक्रम हुआ।

कृषि विवि में 90 दिवसीय कार्यशाला का हुआ विधिवत समापन

मोदीपुरम : कृषि विवि में पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के मादा पशु रोग विभाग में संचालित 90 दिववसीय कार्यशाला का शुक्रवार को विधिवत तरीके से समापन हो गया। यह कार्यशाला मल्टीपरपज आर्टिफिशियल इंसेमिनेशन टैक्निशियन इन रूल इंडिया मैत्री विषय पर आधारित थी। यह कार्यक्रम केंद्र सरकार के राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के अंतर्गत आयोजित किया गया। जिसमें सरकार नामित तीन जनपदों के 35 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया, जिन्हें सफल प्रशिक्षण व मूल्यांकन के बाद प्रमाण पत्र भी वितरण किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. राजवीर सिंह ने करते हुए संबोधन में कहा कि कृत्रिम गर्भाधन तकनीक से पशुओं में नस्ल सुधार और ग्रामीण युवकों में स्वरोजगार की प्रबल संभावनाएं हैं। कार्यशाला में हरदोई से 22, बस्ती से आठ और सोनभद्र से पांच प्रशिक्षाणर्थी शामिल हुए। इस दौरान डा. अतुल वर्मा, डा. अखिल पटेल, डा. आशुतोष त्रिपाठी आदि शामिल थे।

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