CCSU की मुख्य परीक्षा 222 केंद्रों पर होगी, परीक्षा समिति में लिया फैसला
चौधरी चरण विवि की मुख्य परीक्षा 222 केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। परीक्षा समिति की बैठक में फैसला हुआ है।
मेरठ, जेएनएन। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय से जुड़े कॉलेजों में रेगुलर और प्राइवेट के छात्रों की 222 केंद्रों पर परीक्षा होगी। परीक्षा की सुचिता के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। शुक्रवार को परीक्षा समिति की बैठक में प्राइवेट छात्रों के लिए एक बड़ा फैसला लिया गया।
हर जिले में बनाया गया नोडल केंद्र
अब प्राइवेट छात्रों को डिग्री के लिए विश्वविद्यालय में नहीं आना पड़ेगा। विवि ने हर जिले में जो नोडल केंद्र बनाया है, उस नोडल केंद्र से ही 20 रुपये देकर प्राइवेट के छात्र अपनी डिग्री ले सकेंगे। विवि अभी तक केवल रेगुलर छात्रों की डिग्री कॉलेजों में भेजता था। प्राइवेट की डिग्री कॉलेजों से मिलने से छात्रों को काफी सहूलियत होगी। परीक्षा समिति ने बीए-एलएलबी पांच वर्षीय पाठ्यक्रम में लेटरल एंट्री बंद कर दिया है। अब स्नातक के छात्रों को बीए-एलएलबी में प्रवेश लेने पर पांच साल की पूरी पढ़ाई करनी पड़ेगी। अभी तक स्नातक के बाद बीएएलएलबी में प्रवेश लेने पर तीन साल की छूट मिल जाती थी।
एलएलबी प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव नहीं
एलएलबी तीन वर्षीय पाठ्यक्रम की प्रवेश प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बार काउंसिल आफ इंडिया के बदले नियम को ध्यान में रखते हुए विवि को यह निर्णय करना पड़ा है। हालांकि जिन छात्रों ने अभी तक लेटरल एंट्री से बीए-एलएलबी में प्रवेश ले लिया है, उन पर यह लागू नहीं होगा। बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने की। प्रतिकुलपति प्रो. वाई विमला, प्रो. जितेंद्र ढाका, प्रो. जयमाला, डा. राजेश गर्ग उपस्थित रहे।
17 से एडमिट कार्ड डाउनलोड होंगे
21 फरवरी से विवि की परीक्षा शुरू हो रही है। छात्र- छात्रएं 17 फरवरी से अपने एडमिट कार्ड विवि की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। विवि के प्रेस प्रवक्ता प्रशांत कुमार ने बताया कि 16 फरवरी की रात से ही एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
हर जिले में बनाया गया नोडल केंद्र
अब प्राइवेट छात्रों को डिग्री के लिए विश्वविद्यालय में नहीं आना पड़ेगा। विवि ने हर जिले में जो नोडल केंद्र बनाया है, उस नोडल केंद्र से ही 20 रुपये देकर प्राइवेट के छात्र अपनी डिग्री ले सकेंगे। विवि अभी तक केवल रेगुलर छात्रों की डिग्री कॉलेजों में भेजता था। प्राइवेट की डिग्री कॉलेजों से मिलने से छात्रों को काफी सहूलियत होगी। परीक्षा समिति ने बीए-एलएलबी पांच वर्षीय पाठ्यक्रम में लेटरल एंट्री बंद कर दिया है। अब स्नातक के छात्रों को बीए-एलएलबी में प्रवेश लेने पर पांच साल की पूरी पढ़ाई करनी पड़ेगी। अभी तक स्नातक के बाद बीएएलएलबी में प्रवेश लेने पर तीन साल की छूट मिल जाती थी।
एलएलबी प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव नहीं
एलएलबी तीन वर्षीय पाठ्यक्रम की प्रवेश प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बार काउंसिल आफ इंडिया के बदले नियम को ध्यान में रखते हुए विवि को यह निर्णय करना पड़ा है। हालांकि जिन छात्रों ने अभी तक लेटरल एंट्री से बीए-एलएलबी में प्रवेश ले लिया है, उन पर यह लागू नहीं होगा। बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने की। प्रतिकुलपति प्रो. वाई विमला, प्रो. जितेंद्र ढाका, प्रो. जयमाला, डा. राजेश गर्ग उपस्थित रहे।
17 से एडमिट कार्ड डाउनलोड होंगे
21 फरवरी से विवि की परीक्षा शुरू हो रही है। छात्र- छात्रएं 17 फरवरी से अपने एडमिट कार्ड विवि की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। विवि के प्रेस प्रवक्ता प्रशांत कुमार ने बताया कि 16 फरवरी की रात से ही एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।