सीबीएसई रिजल्ट : पांच स्कूलों का रिजल्ट रुका
सीबीएसई ने जिले के पांच स्कूलों का रिजल्ट रोका है। उन स्कूलों के रिजल्ट उनके द्वारा अपलोड किए गए डाटा में संशोधन के बाद जारी किया जाएगा। सीबीएसई ने स्कूलों ने कक्षा 11वीं और 12वीं के अंक अपलोड करवाए थे।
मेरठ, जेएनएन। सीबीएसई ने जिले के पांच स्कूलों का रिजल्ट रोका है। उन स्कूलों के रिजल्ट उनके द्वारा अपलोड किए गए डाटा में संशोधन के बाद जारी किया जाएगा। सीबीएसई ने स्कूलों ने कक्षा 11वीं और 12वीं के अंक अपलोड करवाए थे। स्कूलों ने रिजल्ट अपलोड करने के लिए जो नियम तय किए थे उनमें स्कूलों की ओर से गड़बड़ी कर अधिक अंक अपलोड कर दिए गए जिससे ओवरआल स्कूल के रिजल्ट करा औसत रेफरेंस इयर के औसत से मेल नहीं खा रहा है। इसीलिए इन स्कूलों का रिजल्ट रुका है जिसे अगले कुछ दिनों में जारी किया जा सकता है।
समय और स्थिति के हिसाब से अच्छा रिजल्ट
-सीबीएसई की ओर से 10वीं की बोर्ड परीक्षा के वेटेज के साथ 12वीं का रिजल्ट तैयार किया गया है जिसका अपना अलग महत्व है। छात्रों के इस रिजल्ट पर ही कालेज, विवि और प्रतियोगी परीक्षाओं में भी वेटेज मिलेगा। जो भी छात्र रिजल्ट से संतुष्ट नहीं हैं वह अगस्त-सितंबर में इंप्रूवमेंट दे सकते हैं। समय और स्थिति के हिसाब से अच्छा रिजल्ट है जिसमें स्कूल के बेस्ट प्रदर्शन का आधार है। बोर्ड परीक्षा पर फोकस करते हुए तैयारी करने वाले बच्चे अपना बेस्ट देने से रह गए। लेकिन यह एक-दो बच्चे के साथ नहीं बल्कि देश के हर बच्चे के लिए समय स्थिति है।
-सुधांशु शेखर, सिटी कोआर्डिनेटर, सीबीएसई
व प्रिंसिपल, केएल इंटरनेशनल स्कूल
-शहर के सभी स्कूलों का रिजल्ट बहुत अच्छा रहा है। इस बार का रिजल्ट हर साल अच्छी पढ़ाई करने का मेहनत है। बच्चों को ऐसा नहीं सोचना चाहिए कि वह बिना बोर्ड परीक्षा दिए पास हुए हैं। यह रिजल्ट बच्चों की मेहनत का ही परिणाम है। इसके साथ खुशी से आगे बढ़ें और जीवन में करियर को संवारने में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
-हरमोहन राउत, निदेशक, दीवान पब्लिक स्कूल
-सीबीएसई ने जिस फार्मूले से रिजल्ट तैयार किया है वह देश के सभी स्कूलों के लिए समन है। यह वैज्ञानिक पद्धति के साथ तैयार किया गया रिजल्ट है जिसमें बच्चों की रेगुलर पढ़ाई के आधार पर ही अंक मिले हैं। बोर्ड परीक्षा होती तो हो सकता है कुछ बच्चों के अंक कम-ज्यादा होते लेकिन बच्चों के पास और बेहतर करने के लिए एक और मौका भी है। जो संतुष्ट नहीं होंगे वह इंप्रूवमेंट दे सकेंगे।
-हरजिंदर कौर, प्रिंसिपल, एमपीजीएस, मेरठ कैंट