बिजनौर : ट्रैक्टर-ट्राली में मृत गोवंश ले जाते पकड़ा, हंगामा, सरकारी गोशाला में हुई थी छह गोवंश की मौत

बिजनौर के गांव रुकनपुर नंगला के निकट कुछ ग्रामीणों को मंगलवार रात करीब नौ बजे नगर पंचायत झालू की दो ट्रैक्टर-ट्राली को रोक लिया। दोनों ट्रैक्टर ट्राली में मृत छह गोवंश लदे थे। इस दौरान ट्रैक्टर-ट्रालियों पर सवार लोगों ने भागने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 09:02 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 09:02 PM (IST)
बिजनौर : ट्रैक्टर-ट्राली में मृत गोवंश ले जाते पकड़ा, हंगामा, सरकारी गोशाला में हुई थी छह गोवंश की मौत
हल्दौर थाने में खड़ी गांव रुकनपुर नंगला के ग्रामीणों द्वारा पकड़ी गई झालू नगर पंचायत की ट्रैक्टर ट्रॉली

बिजनौर, जेएनएन। हल्दौर थाना क्षेत्र के गांव रुकनपुर नंगला में ग्रामीणों ने मंगलवार देर रात छह मृत गोवंश से लदी दो ट्रैक्टर-ट्रालीको पकड़ लिया। ट्रैक्टर-ट्राली झालू नगर पंचायत की थीं। ग्रामीणों ने मृत गोवंश को बेचने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। एसडीएम सदर विक्रमादित्य मलिक, सीओ सिटी कुलदीप गुप्ता ने ग्रामीणों को शांत किया।

यह था मामला

ग्राम रुकनपुर नंगला के निकट कुछ ग्रामीणों को मंगलवार रात करीब नौ बजे नगर पंचायत झालू की दो ट्रैक्टर-ट्राली को रोक लिया। दोनों ट्रैक्टर ट्राली में मृत छह गोवंश लदे थे। इस दौरान ट्रैक्टर-ट्रालियों पर सवार लोगों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया। पकड़े गए नगर पंचायत झालू के कर्मचारी मृत गोवंश से संबंधित अभिलेख नहीं दिखा पाए। किसी ग्रामीण ने पूरे घटनाक्रम की वीडियो बनाकर वायरल कर दी। अखिल भारतीय गोरक्षा महासंघ, बजरंग दल, हिंदू युवा वाहिनी और शिव सेना के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। आला अफसरों ने कार्रवाई करने का भरोसा दिलाकर लोगों को शांत कराया।

विषैला चारा खाने से तो नहीं हुई मौत 

नगर पंचायत झालू के कर्मचारियों का कहना था कि रात में चारे के साथ अनजाने में कोई जहरीला कीड़ा कट गया। उक्त चारा खाने से गोवंश की मौत हुई है। वह गोवंश को दफनाने ले जा रहे थे। हसनपुर जट निवासी कृष्ण कुमार ने एसडीएम सदर को दिए प्रार्थनापत्र में आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उधर, गोरक्षा महासंघ के प्रदेश महामंत्री पवन गोयल ने बुधवार को कस्बा झालू स्थित गोशाला का निरीक्षण किया। उनका कहना था कि गायों की मौत गोशाला प्रशासन की लापरवाही से हुई है। उन्होंने डीएम से इस प्रकरण की जांच कराकर आरोपितों पर कार्रवाई की मांग की। मृत गोवंश का पशु चिकित्सा अधिकारी डा. पुष्प सागर की देखरेख में पोस्टमार्टम कराया गया। पशु चिकित्साधिकारी का कहना है कि मृत गोवंश का बिसरा जांच के लिए बरेली प्रयोगशाला भेजा गया है। उनका कहना है कि प्रथम दृष्टया यह मामला फूड प्वाइजिंग का लग रहा है।

इन्‍होंने कहा

दोनों ट्रैक्टर-ट्राली नगर पंचायत झालू की हैं। इन गोवंश की सरकारी गोशाला में मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कुलदीप गुप्ता, सीओ सिटी

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