सावधान! इस समय के बीच साइबर अपराधी रहते हैं ज्यादा सक्रिय, आते है सबसे अधिक फर्जी कॉल
अगर आपके फोन पर भी इस समय के बीच में किसी अंजान नंबर से फोन आता है और वह बैंकिंग से लेकर आपकी किसी भी वित्तीय समस्या के समाधान से संबंधित सवाल पूछता है तो आप सतर्क हो जाइए। क्योंकि यह साइबर अपराधी हो सकते हैं।
जागरण संवाददाता, मेरठ। अगर आपके फोन पर सुबह 11 बजे से दो बजे के बीच में किसी अंजान नंबर से फोन आता है, और वह बैंकिंग से लेकर आपकी किसी भी वित्तीय समस्या के समाधान से संबंधित सवाल पूछता है तो आप सतर्क हो जाइए। संभव है कि आपके नंबर पर कोई साइबर क्राइम करने के लिए निगाह जमाए हुए है। ज्यादातर मामलों में यह देखा जा रहा है कि बैंक से आनलाइन फ्राड करने वाले इन तीन घंटों में सबसे अधिक काल करते हैं।
कोविड के समय में शहर में बहुत से लोगों ने आनलाइन खरीददारी की है तो दूसरी ओर आनलाइन बैंकिंग भी की है। इसके साथ ही आनलाइन बैंकिंग फ्राड की घटनाएं भी तेजी से बढ़ी हैं। शहर में अलग- अलग बैंकों से ऐसे दर्जनों मामले साइबर सेल और पुलिस में रिपोर्ट हुईं हैं। जिसमें फर्जी काल करने वाले 11 बजे से दो बजे के बीच में सबसे अधिक सक्रिय रहे हैं, इस दौरान वह सबसे अधिक लोगों को फोन करते हैं। जिसमें वह अलग- अलग नंबरों से काल कर रहे हैं।
अपने मोबाइल नंबर को लेकर रहे सावधान
जानकारों की माने तो आनलाइन खरीददारी के समय जिस नंबर से हम कोई भी चीज बुक करते हैं, उन नंबरों को किसी तरह से साइबर अपराधी हासिल कर लेते हैं। फिर आपको फोन पर कभी सुविधा देने के नाम पर तो कभी किसी आफर के नाम पर या कभी किसी अन्य तरीके से झांसे में लेने का प्रयास करते हैं। अभी शहर के पुलिस थाने में कुछ साइबर के मामले दर्ज कराए गए हैं, उसमें जांच में पता चला है कि फोन करने वाले कभी पश्चिम बंगाल के पते पर तो कभी पश्चिमी महाराष्ट्र तो भी मिर्जापुर और झारखंड के पते सिम लेकर लोगों को आनलाइन ठगने का प्रयास कर रहे हैं।
मोबाइल वैलेट और केवाइसी भी फर्जी
आनलाइन फ्राड करने वाले गलत तरीके से केवाइसी बनाकर सिम हासिल कर रहे हैं, फिर उस नंबर से मोबाइल वैलेट एक्टिवेट करने से लेकर बैंक में भी गलत केवाइसी से खाता खोल रहे हैं। जिसकी वजह से आनलाइन ठगी के पास पुलिस भी उन तक नहीं पहुंच पा रही है। मई माह में शहर में कुछ आनलाइन ठगी के मामले में साइबर सेल की जांच में इसका पता चला है।